पश्चिम बंगाल में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भाजपा एक-एक कर अपने हर सितारे को मैदान में उतार रही है। इसी क्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार (31 जनवरी 2021) को धारा प्रवाह बंगाली से सबका दिल जीत लिया।
उन्होंने हावड़ा में रैली कर ममता बनर्जी पर निशाना साधा। स्मृति ईरानी ने कहा कि दीदी को ‘जय श्री राम’ से बैर है। हावड़ा के डुमुरजला स्टेडियम में आयोजित इस रैली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े।
शाह ने कहा कि चुनाव आने तक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी पार्टी तृणमूल कॉन्ग्रेस में अकेली पड़ जाएँगी। शाह ने यह हमला तृणमूल कॉन्ग्रेसके पाँच नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के एक दिन बाद किया। बता दें कि ममता बनर्जी को झटका देते हुए बीजेपी में शामिल हुए राजीब बनर्जी समेत 5 टीएमसी नेता भी स्मृति के साथ रैली में नजर आए।
Leaders of Trinamool Congress & other parties are joining Bharatiya Janata Party. Mamata di will find herself alone by the time election happens. She has done injustice to people of State:Union Home Min & BJP leader Amit Shah addresses party rally in Howrah via video conferencing pic.twitter.com/1fqsASHe3j
— ANI (@ANI) January 31, 2021
शाह ने कहा कि ममता को इतने सारे नेता तृणमूल छोड़कर बीजेपी में जा रहे हैं, क्योंकि वह राज्य में जनता की इच्छाओं को पूरा करने में असफल रही हैं। ममता के कुशासन, भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद के कारण ऐसा हो रहा है, लेकिन यह शुरुआत है, चुनाव की घड़ी नजदीक आने तक वह अलग-थलग पड़ जाएँगी।
उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ‘जन कल्याण’ के लिए काम कर रही है और ममता बनर्जी सरकार बंगाल में ‘भतीजा कल्याण’ की दिशा में काम कर रही हैं। ममता बनर्जी के शासनकाल में बंगाल में स्थिति लेफ्ट शासन से भी बदतर है। सीएम ममता बंगाल के लोगों की आकांक्षाओं पर खरा उतरने में विफल रही हैं, इसलिए तृणमूल के नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं, उन्हें आत्मचिंतन करना चाहिए।
Virtually addressing a public meeting in Howrah, West Bengal. #BJPGorbeSonarBangla https://t.co/l7aA6ahVpu
— Amit Shah (@AmitShah) January 31, 2021
Modi govt provided gas connections, houses, toilets, clean drinking water etc. It gave health coverage worth Rs 5 lakh, but the TMC govt stopped it in Bengal.
The upcoming BJP govt will propose to implement Ayushman Bharat Scheme in its first cabinet meeting.
– Shri @AmitShah pic.twitter.com/rMT3apJI9f
— BJP (@BJP4India) January 31, 2021
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनका दस साल का कार्यकाल तानाशाही भरा रहा। अगर राज्य में बीजेपी की सरकार बनी तो पहली कैबिनेट की बैठक में आयुष्मान भारत योजना लागू करेंगे। अमित शाह ने कहा, “दीदी बंगाल की जनता को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिलने दे रही, क्योंकि ये योजना पीएम मोदी ने शुरू की। मैं बंगाल की जनता को विश्वास दिलाता हूँ कि बीजेपी सरकार आने के बाद हम पहली कैबिनेट में प्रस्ताव करेंगे कि राज्य में ये योजना लागू हो।”
People will not support a political party which makes them fight among themselves & hates the Central govt for its own profit. No patriot can stay for even a single minute in a party which insults the slogan of ‘Jai Shri Ram’: Union Minister Smriti Irani in Howrah, West Bengal pic.twitter.com/KBle1trVcm
— ANI (@ANI) January 31, 2021
वहीं रैली को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए स्मृति ने कहा कि दीदी को ‘जय श्रीराम’ से बैर है। उन्होंने कहा कि दीदी की टीएमसी जाने वाली है और बीजेपी आने वाली है। उन्होंने कहा, “लोग ऐसी पार्टी का कतई समर्थन नहीं करेंगे जो आपसी में लड़ाती हो और अपने फायदे के लिए केंद्र सरकार से नफरत करती हो। कोई भी देश भक्त पार्टी में एक मिनट के लिए भी नहीं रह सकेगा जिसने ‘जय श्री राम’ के नारे का अपमान किया हो।”
#WATCH | During COVID, throughout the country under the PM Garib Kalyan Scheme, 80 crore people got 5kg rice grains & 1kg dal for 8 months. In West Bengal during the Lockdown, TMC only misappropriated(stole) paddy & lentils: BJP leader Smriti Irani at rally in Howrah, West Bengal pic.twitter.com/0AIuH18Cbr
— ANI (@ANI) January 31, 2021
स्मृति ईरानी लोगों को संबोधित करते हुए अचानक बांग्ला में बोलने लगीं। स्मृति ईरानी को धाराप्रवाह बंगाली में बोलते सुनकर लोग हैरान रह गए। उन्होंने ममता सरकार पर लॉकडाउन के दौरान भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 80 करोड़ लोगों को आठ महीने तक पाँच किलो चावल और एक किलो दाल देने की व्यवस्था की, लेकिन पश्चिम बंगाल में तृणमूल कॉन्ग्रेस ने लॉकडाउन के दौरान इसे लूट लिया।
ईरानी ने कहा कि घर लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए गरीब रोजगार योजना के तहत देशभर में 50 करोड़ से अधिक श्रम दिवस सृजित किए गए, लेकिन बंगाल में यह नहीं हुआ। शहरों से अपने गाँवों को लौटे प्रवासी कामगारों के लिए प्रधानमंत्री ने पिछले वर्ष जून में रोजगार योजना की शुरुआत की थी।
स्मृति ईरानी ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने जो श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियाँ चलाई थीं, उन्हें ममता बनर्जी ने ‘कोरोना एक्सप्रेस’ नाम दिया था। ईरानी ने कहा, “मैं उनसे पूछना चाहती हूँ कि देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे बंगाल के बेटे-बेटियों को क्या वह वायरस मानती हैं।”