भाषण देने को लेकर गाली-गलौज, कॉन्ग्रेसियों ने एक-दूसरे को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा

रामगढ़ स्थित सीसीएल तोपा परियोजना कार्यालय परिसर में मजदूरों की समस्या को लेकर प्रदर्शन कर रहे कॉन्ग्रेस नेता आपस में ही भीड़ गए। कहा जा रहा यह विवाद धरना-प्रदर्शन में संबोधन का अवसर न मिलने को लेकर शुरू हुआ। जिसके बाद कॉन्ग्रेसियों ने एक-दूसरे पर गाली गलौज करते हुए जमकर मारपीट की। इस घटना में कॉन्ग्रेसी नेता श्याम सिंह घायल हो गए। पुलिस ने उन्हें सदर अस्पताल भेज कर प्राथमिक उपचार कराया। गौरतलब है कि इस मामले में दोनों ही पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर गाली गलौज और मारपीट की प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन दिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गाँधी के सत्य व अहिंसा मार्ग पर चलने का दावा करने वाले कॉन्ग्रेसी इस कदर आपस में भीड़ गए कि उन्हें छुड़ाने के लिए दूसरे लोगों को बीच में आना पड़ा। दरअसल, कॉन्ग्रेस नेता बुधवार को मजदूरों की विभिन्न माँगों को लेकर परियोजना कार्यालय में धरना दे रहे थे। इस दौरान पहले भाषण देने की होड़ के चलते इनमें आपस में ही विवाद हो गया।


इस विवाद ने तब और जोर पकड़ लिया जब 2 गुट में बँटे कॉन्ग्रेसियों के एक पक्ष के नेता ने दूसरे पक्ष के नेताओं को गाली दे दी। जिसके बाद दूसरा पक्ष भी भड़क गया और पहले पक्ष को मारने पर उतारू हो गया। जिसके बाद दोनों गुट के नेता आपस में भीड़ गए। दोनों पक्षों ने एक दूसरे को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बताया जा रहा है कि इस घटना में कई नेता घायल भी हो गए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉन्ग्रेस के मांडू प्रखंड कार्यकारी अध्यक्ष सह यंग ब्रिगेड कॉन्ग्रेस सेवादल के जिलाध्यक्ष श्याम सिंह ने धरना में संबोधन का अवसर न मिलने पर आपत्ति जताई थी और दूसरे पक्ष को जमकर भला बुरा कहा। जिसपर गुस्साए राजीव गाँधी पंचायती राज के प्रदेश को-आर्डिनेटर शांतनु मिश्रा, कॉन्ग्रेस जिलाध्यक्ष मुन्ना पासवान, पूर्व जिलाध्यक्ष बलजीत सिंह बेदी और मांडू प्रखंड अध्यक्ष सुधीर सिंह ने उन पर लातों और घूसों की बौछार कर दी।

घटना के बाद दोनों पक्षों ने पुलिस में एक दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। घटना में घायल श्याम सिंह दूसरे पक्ष के कॉन्ग्रेसी नेताओं पर लात-घूँसों और मुक्कों से मारकर जख्मी करने का आरोप लगाया है। वहीं दूसरे पक्ष की श्याम सिंह के खिलाफ मारपीट, जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल करने व धमकी देने की शिकायत दर्ज की है।