पटना। बिहार में एक राज्यसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिये बीजेपी ने सुशील कुमार मोदी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, ये सीट लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान के निधन पर खाली हुई थी, लोजपा के बिहार एनडीए से अलग अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के साथ ही बीजेपी ने इस सीट पर अपना दावा करने का फैसला लिया है, इससे पहले पार्टी ने अपने कोटे से रामविलास पासवान को ये सीट दी थी, बीजेपी ने जिस तरह से सुशील मोदी को उम्मीदवार बनाया, ये चिराग पासवान के लिये बड़े झटके से कम नहीं है, वहीं इस पूरे मामले में लोजपा प्रमुख ने चुप्पी साध ली है।
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान शुक्रवार को पटना पहुंचे, जब उनसे राज्यसभा उपचुनाव में सुशील मोदी को उम्मीदवार घोषित किये जाने को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होने कुछ नहीं कहा और चुपचाप आगे बढ गये, वहीं किसानों के आंदोलन और बिहार विधानसभा में नीतीश-तेजस्वी के बीच हुई बयानबाजी पर उन्होने खुलकर अपनी बात कही, चिराग ने कहा कि किसी को निजी हमला नहीं करना चाहिये, दोनों ही तरफ से निजी हमले किये गये, जिस तरह से दोनों की तरफ से मर्यादा लांघी गई, वो सही नहीं है।
अपने कार्यकर्म फर्स्ट बिहार, बिहारी फर्स्ट पर चिराग पासवान ने कहा कि पार्टी का 20वां स्थापना दिवस पूरे देश में होगा, लेकिन कोई बड़े कार्यक्रम नहीं होंगे, पिता रामविलास पासवान के सपनों और विचार को जनता कर पहुंचाएंगे, फिलहाल बीजेपी की ओर से राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद चिराग की आगे की क्या रणनीति होगी, ये देखना भी दिलचस्प होगा।
दूसरी ओर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी को बीजेपी से राज्यसभा का टिकट मिलने से उन्हें केन्द्र में आगे बड़ी जिम्मेदारी मिलने के भी संकेत हैं, मोदी सरकार के संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें मौका मिल सकता है, ऐसा बीजेपी से जुड़े सूत्रों का भी कहना है, एनडीए के संख्या बल को देखते हुए सुशील मोदी का राज्यसभा सदस्य चुना जाना तय है, बिहार चुनाव से पहले लोजपा ने एनडीए का साथ छोड़ दिया, इसलिये बीजेपी ने पासवान की सीट पर अपना उम्मीदवार उतार दिया है।