नई दिल्ली। लद्दाख बॉर्डर (Ladakh Border) पर पिछले कई महीनों से भारत और चीन के बीच तनातनी जारी है. दोनों देशों की सेनाएं अपने-अपने मोर्चे पर डटी हुई हैं. मामले को सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच कई दौर की कूटनीतिक और कोर कमांडर स्तर की चर्चाएं हो चुकी हैं लेकिन तनाव कम करने का कोई हल नहीं निकल सका है.
इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई जिसमें चीन की एक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने दावा किया है कि चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना की कब्जे वाली दो चोटियों को खाली कराने के लिए ‘माइक्रोवेव वेपन’ का इस्तेमाल किया था.
हालांकि भारतीय सेना ने साफ कर दिया है कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई. यह दावा पूरी तरह से निराधार है. सेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस खबर का खंडन किया गया है.
ट्वीट में कहा गया है, ‘पूर्वी लद्दाख में ‘माइक्रोवेव वेपन्स’ के इस्तेमाल वाले मीडिया रिपोर्ट्स निराधार हैं. ये खबर FAKE है.
Media articles on employment of microwave weapons in Eastern Ladakh are baseless. The news is FAKE. pic.twitter.com/Lf5AGuiCW0
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) November 17, 2020
बता दें कि चीन की एक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जिन केनरॉन्ग ने एक ऑनलाइन सेमिनार में दावा किया था कि भारतीय सेना को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण दो चोटियों से हटाने के लिए चीन की सेना ने माइक्रोवेव हथियारों का इस्तेमाल किया.