बुलंदशहर/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सितम्बर 2, 2020 को एक नाबालिग किशोरी गुमशुदा हो गई थी, जिसके बाद इस मामले की रिपोर्ट स्थानीय थाने में दर्ज कराई गई थी। अब किशोरी को अलीगढ़ से बरामद किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एक युवक ने उसे प्रेमजाल में फँसा कर उसका अपहरण किया, उसके बाद उसे अलीगढ़ के अपने एक परिचित को बेच दिया, जिसके बाद उक्त व्यक्ति ने भी अपने 3 दोस्तों के साथ मिल कर किशोरी के साथ बलात्कार किया।
पुलिस ने सभी आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। रविवार (अक्टूबर 11, 2020) को पुलिस ने पीड़िता का बयान दर्ज किया और इसके अगले दिन किशोरी ने अदालत में भी अपना बयान दर्ज कराया। बुलंदशहर में पीड़िता के परिजनों ने उसके लापता होने के बाद अबुल नाम के युवक पर उसके अपहरण का आरोप लगाया था। पुलिस ने अबुल को धर-दबोचा और उससे कड़ाई से पूछताछ की।
खबरों में कहा जा रहा है कि अबुल ने पुलिस की पूछताछ के दौरान बताया कि उसने किशोरी को अलीगढ़ के एक व्यक्ति को बेच दिया है। उसकी निशानदेही पर यूपी पुलिस ने छापेमारी की और न सिर्फ लड़की को बरामद किया, बल्कि उसके साथ बलात्कार करने वाले चारों आरोपितों को भी शिकंजे में ले लिया। किशोरी ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि अबुल ने उसे पहले प्रेमजाल में फँसाया और फिर अलीगढ़ के खुर्रम से उसे बेच दिया।
खुर्रम ने पुलिस के डर से किशोरी को अलीगढ़ स्थित जहानाबाद में एक गुप्त स्थान पर रखा था। वहाँ कई दिनों तक उसने अपने दोस्तों के साथ मिल कर उसके साथ बलात्कार किया। शहर कोतवाली प्रभारी अखिलेश त्रिपाठी ने जानकारी दी है कि इस मामले में धारा-161 के तहत बयान दर्ज किया है। साथ ही अदालत में धारा-164 के तहत बयान दर्ज हुए। पुलिस ने बताया है कि आगे की जाँच शुरू होते ही इस मामले में अन्य धाराएँ बढ़ाई जाएँगी।
वहीं ‘हिन्दू जागरण मंच’ के जिलाध्यक्ष रविंद्र शर्मा का कहना है कि ये पूरी तरह से ‘लव जिहाद‘ का मामला है। शर्मा ने बताया कि उन्होंने थाने में लड़की से बात की है और अगर पुलिस ने इस मामले में लापरवाही बरती तो आंदोलन किया जाएगा। इस मामले में सितम्बर 24 को ही अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया था। एसएसपी ने खुद इस मामले में कार्रवाई के आदेश दिए थे। पुलिस ने कहा है कि इन धाराओं के तहत दर्ज बयान गोपनीय होते हैं।
वहीं बुलंदशहर पुलिस ने कहा है कि आरोपित अबुल और पीड़िता पड़ोसी हैं और एक-दूसरे को जानते थे। पुलिस ने नाम बदल कर और मजहब छिपा कर दोस्ती वाली खबर का खंडन किया है। पुलिस ने बताया कि किशोरी सितम्बर 2 को अपने घर से अकेले निकली और अबुल से हुए बातचीत के अनुसार अगले दिन अलीगढ़ पहुँची। खुर्रम व उसके साथियों ने वहाँ उसे कमरा दिलाया। पुलिस के अनुसार, लड़की ने अपने बयान में केवल अबुल के साथ संबंधों की बात कही है।
कृपया सत्यता की जानकारी किए बिना भ्रमित करने वाला ट्वीट न करें। सत्यता जाने….. pic.twitter.com/GwFvd6JHX4
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) October 12, 2020
बुलंदशहर पुलिस ने अक्टूबर 12, 2020 को सोशल मीडिया के माध्यम से बताया, “लड़की को बेचने और अबुल के 3 दोस्तों द्वारा उसकी अस्मत लूटने वाली बात गलत है। किशोरी ने भी इसका खंडन किया है। सभी आरोपित पुलिस हिरासत में हैं और अग्रिम वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। जाति-धर्म के आधार पर द्वेष फैलाने और गलत तथ्यों के आधार पर ट्वीट करने पर कार्रवाई की जाएगी।“