लखनऊ। यूपी के बलिया में पुलिस के सामने हत्या वाले मामले में योगी सरकार सख्त है। एसडीएम और सीओ पर कार्रवाई के बाद अब 10 पुलिसकर्मियों को सस्पेेंड कर दिया गया है। एडीजी के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने तीन सब इंस्पेक्टर, पांच कांस्टेबल और दो महिला कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए हैं।
जानकारी के अनुसार घटना के समय मौके पर तैनात रेवती थाने के सब इंस्पेक्टर और हल्का इंचार्ज सूर्यकान्त पाण्डेय, एसआई सदानंद यादव, गोपालनगर के पुलिस चौकी के इंचार्ज कमला सिंह यादव, सिपाही रूपेश पाण्डेय, रिंकू सरोज, आनन्द चौहान, राम प्रसाद, महिला सिपाही प्रीति यादव और सोनल सिंह को निलम्बित कर दिया गया है। इसके साथ ही पुलिस अधीक्षक ने सीओ के हमराह सिपाही को भी सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर एसडीएम बैरिया और सीओ बैरिया को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है।
दो आरोपी गिरफ्तार, छह की तलाश
रेवती के दुर्जनपुर हत्याकांड में शुक्रवार को दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जबकि मुख्य आरोपी समेत छह आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई स्थानों पर छापेमारी की। वहीं पीड़ितों से मिलने के लिए शुक्रवार सुबह एडीजी (वाराणसी जोन) बृजभूषण व डीआईजी (आजमगढ़ जोन) सुभाष चंद्र दूबे भी दुर्जनपुर गांव पहुंचे। उधर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मृतक के परिजनों से फोन पर बात की।
गुरुवार को हुई दुर्जनपुर हत्याकांड को लेकर शुक्रवार को भी गांव में तनाव रहा। शुक्रवार सुबह एडीजी बृजभूषण के साथ डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे , एसपी देवेन्द्र नाथ व डीएम श्रीहरि प्रताप शाही दुर्जनपुर पहुंचे। अधिकारियों ने मृतक जयप्रकाश गामा के परिजनों से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि मृतक जयप्रकाश पाल के भाई चंद्रमा पाल ने अधिकारियों से 50 लाख रुपये मुआवजा तथा परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी की मांग की। वहीं परिवार के लोगों ने आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। एडीजी ने बताया कि एक आरोपित देवेन्द्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, अन्य की तलाश की जा रही है। अफसरों ने इस मामले से शासन को अवगत कराने का भरोसा दिया। डीआईजी सुभाष चंद्र दूबे ने बताया कि आरोपितों को पकड़ने के लिये एक दर्जन पुलिस टीमों का गठन किया गया है। उनके सम्भावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा। वही देर शाम पुलिस ने एक और हत्यारोपी नरेंद्र प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
ये है मामला
सरकारी राशन की दुकान आंवटन के लिये गुरुवार को आयोजित खुली बैठक में दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था। विवाद के दौरान मारपीट व पथराव के बीच एक पक्ष की ओर से पूर्व फौजी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्ल्यू ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के दौरान गोली लगने से जयप्रकाश पाल की मौत हो गई थी। हत्याकांड में बैरिया विधायक सुरेन्द्र के करीबी रिटायर फौजी धीरेन्द्र प्रताप सिंह डबलू समेत आठ लोगों के खिलाफ नामजद तथा 25 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मामले को गंभीरता से लेते हुए योगी आदित्यनाथ ने एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह समेत रेवती थाने के सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया था।