हाथरस केस में सनसनीखेज खुलासा, खेत से चीख सुनकर पहुंचने वाले छोटू ने सुनाई पूरी कहानी

हाथरस/लखनऊ। हाथरस के बूलगढ़ी कांड में खुद को खेत मालिक का बेटा बताने वाले ने एसआईटी से सनसनीखेज खुलासा किया है। उसने दावा किया है कि जब उसने युवती की चीख पुकार सुनी तो वह मौके पर आ गया। देखा तो युवती जमीन पर पड़ी हुई थी। उसकी मां और बड़ा भाई पास ही खड़े हुये थे। उसके बाद भाई अचानक वहां से चला गया। काफी देर बाद वह दोबारा घटनास्थल पर लौटकर आया।

14 सितम्बर को चंदपा क्षेत्र के गांव बूलगढ़ी में हुई वारदात के बाद गांव के एक छोटू का नाम बार-बार सामने आ रहा था। आज तक छोटू पुलिस या मीडिया के सामने नहीं आया था। लेकिन अब छोटू मीडिया के सामने आया है। छोटू का कहना है कि 14 सितम्बर के दिन वह अपने खेत में घटनास्थल से करीब बीस से पच्चीस कदम दूरी पर चारा काट रहा था। उससे थोड़ी दूरी पर ही गांव की युवती अपनी मां के साथ चारा काट रही थी। जब उसने चीखने चिल्लाने की आवाज सुनी तो वह मौके पर पहुंच गया। देखा तो युवती जमीन पर लेटी थी। पास में पीड़िता की मां और भाई खड़े थे। इसके बाद वह लवकुश और उसकी मां को बुलाने के लिए खेत पर चला गया, क्योंकि थोड़ी दूरी पर ही लवकुश और उसकी मां चारा ले रही थी। जब वह लौटकर आया तो पीड़िता का भाई वहां नहीं था। घायल युवती की मां ने कहा कि घर जाकर उसके बेटे को बुला लाओ। इसलिए वह पीड़िता के भाई को बुलाने के लिए उसके घर जा रहा था। रास्ते में संदीप के पिता गुड्डू मिले और उन्हें इस घटना के बारे में बताया तो उन्होंने भी यहीं कहा कि तुरन्त उसके भाई को जाकर बताओ। जब वह पीड़िता के भाई के पास पहुंचा तो उसने जबाव दिया कि जब चार छह लोग पहुंच जायेंगे तब वह जाएगा।

एसआईटी को दिये छोटू ने बयान
छोटू की मानें तो उसने एसआईटी को पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया है। एसआईटी के अधिकारियों ने उसे पुलिस लाइन में बुलाया था। जो भी घटनाक्रम था उसने सबकुछ बता दिया था।

लाल रंग निशान लगे कपड़े साथ ले गई सीबीआई

सीबीआई की टीम ने जब आरोपियों  के घर पर पूछताछ की तो कुछ संदिग्ध सामान भी अपने साथ ले गई। इनमें आरोपी लवकुश के घर से मिले कपड़े भी शामिल हैं। बताया गया है कि इनपर लाल रंग के निशान लगे थे। परिवार, इन्हें पेंट के निशान बता रहा है। गुरुवार को सीबीआई पीड़िता के गांव पहुंची थी। 14 तारीख को युवती के साथ घटना का अंजाम देने वाले चारों आरोपी भी इसी गांव बूलगढ़ी के ही हैं। गांव में घुसते ही आरोपी संदीप, रामू व रवि का घर है। जबकि थोड़ा अंदर जाने पर लवकुश का घर आता है। गुरुवार को करीब सवा तीन घंटे तीनों आरोपियों के यहां और लवकुश के यहां एक टीम ने करीब तीन घंटे पूछताछ की थी। इस दौरान टीम ने 14 सितंबर को आरोपियों के पहने हुए कपड़ों के बारे में पूछताछ की और उन कपड़ों को देखा। लवकुश के घर पर जांच के दौरान टीम को कपड़ों पर लाल रंग के निशान दिखे। इन कपड़ों को टीम अपने साथ ले गई। बाद में लवकुश के भाई ने बताया कि उसका एक भाई पेंटर है। उसी के कपड़ें पर पेट लगा हुआ था। सीबीआई उन्हीं को ले गई है।