हाथरस: ‘मां चिंता न करना, तुरंत लौटूंगी…’ अस्पताल के बिस्तर से भी खैरियत पूछती रही बेटी

हाथरस/लखनऊ। जवान बेटी की मौत से हाथरस का वाल्मीकि परिवार टूट गया है, बिखर गया है. पीड़िता की मां को यकीन नहीं हो पा रहा है कि वो अपने जिगर के टुकड़े को एक बार गले से भी नहीं लगा सकी, आंख भरकर निहार भी नहीं सकी, बांहें फैलाकर अपनी गोद में भर भी न सकी.

बेटी की मौत की गम में रोते-रोते निढ़ाल हो चुकी पीड़िता की मां ने कहा कि रात को स्थिति ऐसी हो गई थी कि वो अपनी बेटी को अपने घर से आखिरी बार विदा भी नहीं कर सकी. उन्होंने कहा कि उनकी ये आरजू सदा-सदा के लिए उनके कलेजे कसक बनकर बरकरार रहेगी.

मां से था गहरा जुड़ाव

इस परिवार से बातकर पता चलता है कि पीड़िता एक सामान्य और सीधी-सादी लड़की थी, उसका अपनी मां और छोटे भाई से गहरा जुड़ाव था. उसकी दोस्त उसकी बहनें थीं.

‘मां को कहिएगा मैं तुरंत घर आ रही हूं’

पीड़िता को अपने घर की इतनी फिक्र होती थी कि वो अस्पताल में बिस्तर पर जब मौत से संघर्ष कर रही थी तो भी अपने परिवार और मां की खैरियत पूछती रहती थी. पीड़िता के साथ अस्पताल में मौजूद रहने वाली उसकी भाभी ने कहा कि वह अपनी मां का जिक्र कर कहा करती थी, “मां को कहिए कि वो चिंता नहीं करेगी, मैं तुरंत घर लौटूंगी.”

14 सितंबर की है घटना

बता दें कि हाथरस जिले के चंदपा थानाक्षेत्र में 14 सितंबर की सुबह 19 साल की पीड़िता के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था. घटना के कई दिन बाद लड़की होश में आई थी. लड़की का पहले अलीगढ़ में इलाज हुआ, इसके बाद उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान लड़की ने दम तोड़ दिया.

पीड़िता की मां ने कहा कि आरोपियों की बुरी नजर उसकी बेटी पर थी. आजतक से बात करते हुए उन्होंने कहा, “ये लड़के मेरी बेटी को छेड़ा करते थे. संदीप उसके साथ बदतमीजी किया करता था. मेरी बेटी सुंदर थी. हमारे परिवार ने एक बार संदीप के परिवार से इस बारे में शिकायत भी की थी, लेकिन उन्होंने हमारी एक न सुनी और हमें वापस भेज दिया.”

पीड़िता के परिवार ने आरोपियों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग की है. मुख्यमंत्री ने योगी आदित्यनाथ ने बच्ची के पिता से बात की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है.