लखनऊ। उत्तर प्रदेश की एसटीएफ के हाथों गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर में शुक्रवार सुबह मारा गया. इसके बाद ईडी ने पुलिस से उसकी संपत्ति की जानकारी मांगी है. विकास दुबे का बड़ा बेटा विदेश में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. अब वह लखनऊ लौट आया है. लखनऊ लौटने के बाद वह अपनी दादी से मिलने पहुंचा है.
कानपुर के बिकरू गांव में पुलिसवालों ने गांव वालों को समझाने का काम शुरू कर दिया है. पुलिस लोगों को विश्वास दिलाने का प्रयास कर रही है कि विकास दुबे मारा गया है और अब किसी से डरने की जरूरत नहीं है. लोगों के साथ पुलिस की मीटिंग चल रही है. लोगों ने बताया कि पुलिस उनकी बिल्कुल भी बात नहीं सुनती थी. गांव में सिर्फ विकास की ही चलती थी. बिना विकास के कोई कुछ नहीं करता था.
इसके अलावा विकास दुबे के गांव में आरएएफ तैनात कर दी गई है. जांच में पता चला है कि विकास दुबे को फॉर्च्यूनर गाड़ी कानपुर के एक बड़े उद्योगपति ने 2015 में गिफ्ट की थी. इसके अलावा विकास 1 जुलाई को एक बड़ी कंपनी की पार्टी में भी शामिल हुआ था.
विकास की संपत्ति की जांच कर रही है ईडी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विकास दुबे की संपत्तियों की जांच शुरू कर दी है. ईडी ने उत्तर प्रदेश पुलिस से विकास दुबे की संपत्ति की सूची मांगी है. विकास दुबे के नाम पर लखनऊ में दो बड़े मकान हैं. अपने फाइनेंसर और सबसे विश्वस्त जय बाजपेयी के जरिये विकास दुबे ने अपनी काली कमाई का हिस्सा दुबई और थाईलैंड में निवेश किया था.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नोटबंदी के पहले के करीब 6.30 करोड़ रुपये की नगदी को विकास दुबे ने 2% सूद पर चलाया था. बताया जा रहा है कि जय बाजपेयी ने इस 2% को 5% छूट पर मार्केट में दे रखा है. विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे से पुलिस ने कई मामलों में पूछताछ की है और खासकर नेताओं और व्यापारियों के साथ संबंध को लेकर भी पूछताछ हुई है.