दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतवेवाड़ा में दो जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के जवान IED विस्फोट में घायल हो गए। यह IED नक्सलियों द्वारा सड़क में लगाया गया था। पुलिस ने बताया कि यह हादसा सुबह करीब 10:30 बजे हुआ। कटेकल्याण थाने की डीआरजी टीम जंगल में नक्सलियों के कैंप को नष्ट करने के बाद वापस लौट रहे थे तब ये हादसा हुआ।
पुलिस ने बताया कि नक्सलियों के शिविर के बारे में पता चलने पर मरजुम गांव के पास डीआरजी टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरु किया। जब टीम सोमवार को मौके पर पहुंची तो नक्सली IED विस्फोटों को छोड़कर भाग गए थे। जिनका वजन पांच किलोग्राम है। बाद में वापस रास्ते पर भी डीआरजी टीम को तीन IED विस्फोटक मिले जिनका वजन दो किलोग्राम बताया जा रहा है। इन्हीं विस्फोटक को सड़क से हटाते समय IED ब्लास्ट हो गया जिससे दो जवान घायल हो गए। वहीं, बाकी प्राप्त IED बिस्फोटक को बम स्कॉयड की टीम द्वारा निष्क्रिय कर दिया गया।
कुछ दिन पहले नक्सलियों ने जवानों से छीन लिया था वॉकी-टॉकी
बता दें कि इसके पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा क्षेत्र में ही संदिग्ध नक्सलियों केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के जवानों पर हमला करते हुए वॉकी-टॉकी फोन छीन लिया था। दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने जवानों पर पत्थर से हमला करके वॉकी-टॉकी मोबाइल छीन लिया। यही नहीं नक्सलियों ने उनके और उनके सहयोगी का भी मोबाइल फोन छीन लिया था।
पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया था कि यह हादसा सुबह के वक्त हुआ जब दो केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के कर्मचारी किरंदुल और बचेली क्षेत्रों में विकास निगम (NMDC) जिले में नियमित गश्त पर निकले थे।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में नक्सलियों को सफाए के लिए डीआरजी समेत अन्य सुरक्षा बल तेजी से सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। पिछले कई दिनों में सुरक्षा बलों ने नक्सिलयों के कैंपों को नष्ट किया है। कैंप नष्ट किए जाने से खफा नक्सली अब IED बिस्फोटकों का सहारा ले रहे हैं।