लखनऊ। कानपुर के चौबेपुर के बिकरू गांव मे उत्तर प्रदेश पुलिस के डिप्टी एसपी सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद फरार मुख्य आरोपित विकास दुबे पर प्रदेश सरकार ने बड़ा इनाम घोषित किया है।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने घोषणा की है कि विकास दुबे को पकड़ने वाले को ढाई लाख रुपया इनाम दिया जाएगा। डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने बताया कि विकास दुबे के खिलाफ आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में कानपुर के चौबेपुर थाना में क्राइम संख्या 192/2020 में केस दर्ज है। विकास दुबे पुत्र राम कुमार दुबे निवासी विकरू थाना, चौबेपुर पर पहले 25 हजार का ईनाम था, जिसको बढ़ाकर 50 हजार, एक लाख और अब ढाई लाख किया गया है। पचास हजार रुपये के इनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे पर आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
आईजी रेंज मोहित अग्रवाल ने विकास दुबे पर इनाम की राशि बढ़ाकर ढाई लाख रुपये करने का प्रस्ताव रखते हुए फाइल डीजीपी कार्यालय भेजी थी। आईजी रेंज ने डीजीपी को इनाम बढ़ाने के लिए संस्तुति की थी। डीजीपी ने कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल मोस्टवांटेड अपराधी विकास दुबे कांड के मुख्य आरोपी पर ढाई लाख का इनाम घोषित कर दिया है।
कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांंव में दो व तीन जुलाई की रात दबिश देने गई पुलिस की टीम के एक सीओ, तीन दारोगा तथा चार सिपाही की हत्या का मुख्य आरोपित हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे अभी भी प्रदेश की पुलिस पकड़ से बाहर है। भारी भरकम टीमें प्रदेश के साथ बाहर भी उसकी तलाश में लगी हैं। इसके साथ ही पुलिस ने मोस्टवांटेड विकास दुबे जगह-जगह पर पोस्टर्स लगवाए हैं। इनमें टोल प्लाजा के साथ ही प्रदेश के बार्डर पर भी जगह-जगह विकास दुबे के पोस्टर्स लगे हैं। मोस्ट वांटेड ढाई लाख के इनाम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकडऩे के लिए 60 टीमों में 900 पुलिस जवान लगाए गए हैं। मंडल स्तर पर पुलिस की 40 टीमों को लगाया गया है, जबकि मुख्यालय स्तर से भी 20 टीमों को मोस्टवांटेड विकास दुबे की तलाश में लगाया गया है। इसमें एसटीएफ की भी छह टीमेंं शामिल हैं।