मुंबई। मजदूरों की घर वापसी को लेकर रेल मंत्रालय और महाराष्ट्र सरकार के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. सोशल मीडिया पर जमकर बयानबाजी हो रही है. शिवसेना नेता संजय राउत भी इस विवाद में कूद गए हैं. उन्होंने सोमवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल पर पर तंज कसते हुए कहा कि मत भूलिये कि आप महाराष्ट्र से हैं.
राउत ने अपने ट्वीट में लिखा, “पीयूष जी, 14 मई को नागपुर-उधमपुर ट्रेन के लिए कौन सी लिस्ट ली थी. पहले ट्रेन बाद में लोगों को जमा करने के लिए कौन सा कष्ट उठाया था. ये कृपया बताएंगे? फिर अब क्यों लिस्ट मांग रहे हो? आप राज्यसभा में महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व करते हो, ये भूलो मत.”
पियुषजी,@PiyushGoyal १४ मे २०ला सुटलेल्या नागपुर – ऊधमपुर ट्रेन साठी कोठली यादी घेतली होती. आधी ट्रेन नंतर माणसे जमा करण्यासाठी काय कष्ट घेतले, कृपया जाहीर कराल? आता म यादी कसली मागताय? राज्यसभेत आपण महाराष्ट्राचे प्रतिनिधित्व करताय हे विसरू नका. @PawarSpeaks @CMOMaharashtra
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) May 25, 2020
उद्धव ठाकरे के बयान से हुई विवाद की शुरुआत
इसकी विवाद की शुरुआत रविवार को सीएम उद्धव ठाकरे के एक बयान से हुई जिसमें उन्होंने कहा कि दूसरे राज्य के मजदूरों को अपने घर भेजने के लिए करीब 80 ट्रेनों की जरूरत है जबकि केंद्र सरकार सिर्फ 30 से 40 ट्रेनें ही चला रही है. पीयूष गोयल ने पलटवार करते हुए कहा कि महाराष्ट्र को जितनी ट्रेनें चाहिए, उतनी मिलेंगी. 125 ट्रेनें चलाने चलाई जा रही है. महाराष्ट्र सरकार पहले अपनी पंजीकृत मजदूरों की जारी लिस्ट मध्य रेलवे के जीएम तक पहुंचाएं. बीती शाम गोयल ने पंजीयन कराने वाले मजदूरों की जानकारी में देरी के आरोप उद्धव सरकार पर लगाए.
रेल मंत्री ने ट्वीट किया, “चूंकि आपने कहा कि आपके पास एक सूची तैयार है इसलिए मैं आपसे सभी सूचनाएं अगले घंटे में मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को उपलब्ध कराने का आग्रह करता हूं जैसे कि ट्रेन कहां से चलेगी, ट्रेनों के मुताबिक यात्रियों की सूची, उनका चिकित्सीय प्रमाण-पत्र और ट्रेन कहां जाएगी आदि ताकि हम ट्रेनों के समय की योजना बना पाएं.”
इस पर टिप्पणी करते हुए राउत ने ट्वीट किया, “महाराष्ट्र सरकार ने आपको श्रमिकों की सूची सौंपी है, जो घर जाना चाहते हैं. आपसे केवल यह अनुरोध है कि ट्रेनें पूर्व में की गई घोषणा के मुताबिक स्टेशन पहुंच जाएं.” शिवसेना से राज्यसभा के सदस्य ने कटाक्ष करते हुए कहा, “गोरखपुर जाने वाली ट्रेन ओडिशा पहुंच गई थी.”
एनसीपी ने की रेल मंत्री के प्रयास की सराहना
हालांकि, शिवसेना की गठबंधन सहयोगी एनसीपी ने अलग रुख अपनाया है और कहा है कि गोयल और उनका मंत्रालय दबाव में है और उनके प्रयासों की सराहना की जानी चाहिए. हालांकि, जब पूछा गया कि रेल मंत्री मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं, तो एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि भारतीय रेलवे और पीयूष गोयल भी ट्रेनें चलाने का दबाव झेल रहे हैं. पटेल ने कहा, “उनके प्रयासों की प्रशंसा की जानी चाहिए. सराहना करते हैं कि वे ट्रेनें उपलब्ध करा रहे हैं, ताकि लोग घर पहुंच सकें.”