लखनऊ। उत्तर प्रदेश में तेजी से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य के उच्च अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के बीच सीएम योगी ने कहा कि हर जिले में स्वास्थ्य और पुलिस की टीम बनाकर लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए काम किया जाए. जिलाधिकारी हर जिले में टीम गठित कर उनकी जवाबदेही और जिम्मेदारी तय करें.
अपने आवास पर शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों से ये बातें कहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि 75 जनपदों के बीच संकट के इस समय में अच्छे प्रदर्शन की प्रतिस्पर्धा होना चाहिए. किसी भी जनपद में आवश्यक सामग्री की कोई कमी नहीं होनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में केवल मेडिकल, सैनिटाइजेशन और होम डिलीवरी टीमों को जाने की इजाजत दी जाए. संक्रमण रोकना सबसे बड़ी चुनौती है.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अन्य राज्यों में 14 दिन का क्वारनटीन पूरा कर चुके उत्तर प्रदेश के श्रमिकों, कामगारों और मजदूरों को चरणबद्ध तरीके से वापस लाने के लाने की तैयारी कर रहे हैं. ऐसे में सभी जिलाधिकारी इस बात को तय कर लें कि उन लोगों को 14 दिन क्वारनटीन करने के लिए पूरी व्यवस्थाएं समय से हो जाएं. शेल्टर होम पर कम्युनिटी किचन की व्यवस्था दुरुस्त की जाए.
शेल्टर होम्स पर रखी जाए नजर
सीएम योगी ने कहा कि जिन जिलों में लोग क्वारनटीन सेंटर से भाग रहे हैं, वहां विशेष ध्यान दिया जाए. हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हो. लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराएं. किसी तरह की कोई भीड़ एकत्रित नहीं होने देना है. जिलाधिकारी, सीएमओ के साथ जाकर मेडिकल टीम के क्वारंटाइन की व्यवस्था खुद चेक करें. भविष्य में शेल्टर होम कहां-कहां खुलने हैं, इसकी भी व्यवस्था देख लें.
सोशल डिस्टेंसिंग का हर हाल में हो पालन
मुख्यमंत्री ने कहा कि इमरजेंसी की सेवा बहाल करने वाले अस्पतालों को चिन्हित करें. उनके साथ बैठक कर उनकी ट्रेनिंग कराएं. उनके पास पीपीई किट, मास्क होने चाहिए. शिफ्ट वाइज डॉक्टरों की ड्यूटी लगाएं. अगर किसी भी जिले में एक भी केस होगा तो वहां हमारे लिए लॉकडाउन खोलना मुश्किल हो जाएगा.
मंडियों को खुले मैदान में शिफ्ट किया जाए, ताकि वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके. उन्होंने बैंक, मंडी, सब्जी मंडी आदि जहां भी भीड़ हो रही है, वहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के निर्देश दिए.
सीमावर्ती जिलों में न होने पाए घुसपैठ
मुख्यमंत्री ने कहा जो भी सीमावर्ती जनपद हैं वहां किसी भी तरह की कोई घुसपैठ नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आईटी के सेवाओं में सोशल डिस्टेंसिंग कर कार्य को आगे बढ़ा सकते हैं. बालू, मोरंग, गिट्टी आदि इन सब गतिविधियों को धीरे-धीरे आगे बढ़ा सकते हैं, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन जरूर होना चाहिए.
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि अनावश्यक पास किसी कीमत पर न दें. खाद्यान्न वितरण में किसी भी प्रकार का कोई भी भेदभाव नहीं होना चाहिए. हर व्यक्ति को भोजन और राशन दिया जाए. कोई भी भूखा न सोए.
रमजान में न जुटने पाए भीड़
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि रमजान में भीड़ एकत्रित न होने दें. किसी भी प्रकार की नई व्यवस्था देने का प्रयास न करें. 30 जून तक किसी भी जिले में किसी भी प्रकार की पब्लिक गेदरिंग नहीं होनी चाहिए. डीएम हर जिले में शेल्टर होम, भोजन की गुणवत्ता, कम्युनिटी किचन की व्यवस्था का ध्यान रखें.
हर जिले में शिक्षा विभाग की एक टीम गठित करें और कोटा से वापस आए छात्र-छात्राओं से बातचीत कर उनका हालचाल जाने. इसके साथ ही जिलाधिकारी जनप्रतिनिधियों से भी टेलीफोन के माध्यम से संवाद करें. हर जिले में लोगों से अपील करें कि अफवाहों को न फैलने दें. सभी जिला अधिकारी शासन द्वारा भेजी गई गाइडलाइन के अनुसार ही निर्णय लें.