गुरुवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा मुख्यालय पर योगी सरकार के 3 साल पुरे होने पर प्रतिक्रिया के लिए पत्रकार वार्ता बुलाई थी इसी दौरान एक पत्रकार सुमंत शुक्ला ने एक सवाल पूछा जो अखिलेश समर्थक पत्रकार एम ए खान को नागवार गुजरा और उन्होंने शुक्ला को भला बुरा कहा इसको लेकर प्रेम कॉन्फ्रेंस ख़त्म होने पर शुक्ला अखिलेश से शिकायत करने पहुचे तो वहा भी खान धमकाने लगे और जान से मरने की धमकी दी इस पर शुक्ला ने भी आपा खो दिया और खान व उनकी गाड़ी जलाने की धमकी दी. खैर अखिलेश ने किसी तरह मामला शांत कराया और खान को अपने साथा लेकर अंदर चले गए.
ऐसा पहली बार नहीं हुआ तक़रीबन दोनों साल पहले भी ट्रिब्यून अख़बार के तत्कालीन up ब्यूरो शैलेश पाण्डेय को भी अखिलेश से सवाल पूछने पर एक मुस्लिम पत्रकार ने धमकाया था. तब उन्होंने तो यहाँ तक कहा था की अखिलेश जी यहाँ आपकी प्रेस हो रही हैँ या इन लोगो की. अखिलेश खुद भी पहले भी बीजेपी से रिलेटेड सवाल पूछने पर भड़क जाते हैँ अभी कुछ दिन पहले एक पत्रकार को धमका भी चुके हैँ. लेकिन कोई पत्रकार इसके विरोध मे सवाल नहीं उठता. शायद यही कारण हैँ की अखिलेश का काम नहीं बोला क्योंकि उनके साथ खड़ा मुस्लिम ज्यादा बोला. उनकी सरकार जा चुकी हैँ लेकिन मुस्लिम और यादव लोगो को यही कहकर धमकाते हैँ की हमारी सरकार आने वाली हैँ