बीजिंग। चीन में मौत का तांडव मचाने वाले कोरोना वायरस को लेकर राष्ट्रपति शी चिनफिंग बुरी तरह डर गए हैं। रविवार को पहली बार उन्होंने इस महामारी पर खुलकर बात की। उन्होंने इसे देश की अब तक की सबसे बड़ी हेल्थ इमरजेंसी बताया। शी ने स्वीकार किया कि महामारी का अर्थव्यवस्था और समाज पर अनिवार्य रूप से प्रभाव पड़ेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह प्रभाव अल्पकालिक होगा और इसको जल्द ही नियंत्रित कर लिया जाएगा।
तेजी से फैल रही महामारी
रविवार को वायरस की रोकथाम और नियंत्रण को लेकर आयोजित एक बैठक में चिनफिंग ने कहा कि महामारी बहुत तेजी से फैल रही है। बड़ी संख्या में संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। इसे रोकना और नियंत्रित करना बहुत कठिन है। शी के हवाले से सरकारी प्रसारणकर्ता सीसीटीवी ने कहा, यह हमारे लिए ना केवल संकट का समय है, बल्कि यह हमारे लिए परीक्षा की घड़ी भी है। महामारी चीन के अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी हेल्थ इमरजेंसी है।’
चीन में महिला डॉक्टर की मौत
कोरोना वायरस से रविवार को चीन में एक महिला डॉक्टर की मौत हो गई। गैस्ट्रोएंटरोलॉजी फिजिशियन शिया सिसी को 19 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें सात फरवरी को वुहान यूनिवर्सिटी के अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया था। रविवार को उनकी मौत हो गई। इस तरह महामारी से लड़ते हुए अब तक 10 स्वास्थ्य कर्मचारियों की मौत हो चुकी है।
चीन में अब तक 2,442 की मौत
चीन में कोरोना वायरस की चपेट में आकर जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 2,442 हो गई है। पूरे देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 76,936 हो गए हैं। इस महामारी ने दुनियाभर में अब तक 78,000 से अधिक लोगों को अपनी चपेट में लिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस बीमारी का नाम ‘कोविड-19’ रखा है। उधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) के विशेषज्ञों की एक टीम ने हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित वुहान शहर का दौरा किया और स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों से बात की।
क्रूज पर अभी भी एक हजार से ज्यादा यात्री
जापान के चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशीहिदे सुगा ने कहा कि आइसोलेशन की अवधि समाप्त होने के बाद डायमंड प्रिंसेज क्रूज से जाने वाले यात्रियों में बीमारी के कोई लक्षण नहीं दिखाई पड़े हैं। जहाज पर अब भी एक हजार से ज्यादा यात्री और चालक दल के सदस्य मौजूद हैं। भारतीय दूतावास ने बताया कि क्रूज पर मौजूद सभी लोगों के नमूने लिए गए हैं, जिसकी 26 फरवरी तक रिपोर्ट आ जाएगी।
ईरान ने स्कूल और विश्वविद्यालय बंद किए
कोरोना वायरस से पांच मौतों के बाद ईरान ने अपने सभी 14 प्रांतों के स्कूल, विश्वविद्यालय और सांस्कृतिक केंद्र बंद कर दिए हैं। ईरान में बुधवार को संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। अब संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। संक्रमण फैलने के डर से पड़ोसी देश इराक ने ईरान से आवाजाही पर रोक लगा दी है। इटली में भी संक्रमण के 100 से अधिक मामले सामने आए हैं। कई कस्बों में लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है।
चार अन्य देशों से आने वाले यात्रियों की भी होगी मेडिकल स्क्रीनिंग
नेपाल, इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया से भारत आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर मेडिकल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयासों के तहत डीजीसीए ने रविवार को इस तरह की एडवाइजरी की। बता दें कि इससे पहले डीजीसीए ने चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, थाइलैंड और सिंगापुर से आने वाले यात्रियों के मेडिकल स्क्रीनिंग का आदेश दिया था।