राणा यशवंत
प्रधानमंत्री की लिट्टी चोखा खाते हुए तस्वीर आज वायरल है. बिहार का लिट्टी चोखा और चूड़ा दही पर पेटेंट है. कहीं और में वो बात नहीं आती. चूंकि प्रधानमंत्री ने खाया और उसकी तस्वीर भी खिंचवाई, मतलब कोई बात होगी. समझदार लोग कहते हैं कि बिहार में चुनाव आ रहे हैं. पहले से ही बिहारियों में चर्चा में बने रहना जरुरी है. जाकर देखिए बिहार में सब जगह बात चल रही होगी- देखल मरदे मोदी जिउआ का लिट्टी चोखा पता बा, हंचड़ के खईलो होईहन.
ये जो रेसिपी है वो बस ये बताने के लिये कि इतनी आसानी से कोई खाना नहीं बन सकता. खाने के लिये बर्तन ना हो तब भी कोई बात नहीं और खाने के बाद जो बचा उसको कई दिन तक खाते रहिए, तब भी खराब नहीं. कहते हैं लिट्टी चोखा सैनिकों का खाना था. मगध बहुत बड़ा साम्राज्य था और सैनिक अक्सर अभियान पर रहते. इस समय छावनियों में कम पानी और कम आग में पकाने और पकाकर रखने का इससे बेहतर खाना कोई हो नहीं सकता था. बाद में ये किसानों, कामगारों, मजदूरों और गरीबों का भोजन हो गया.