पेट्रोल-डीज़ल तैयार रखो, जैसे ही ऑर्डर मिलेगा, आग लगा देना, जो होगा वो हम देख लेंगे: कॉन्ग्रेस नेता

ओडिशा में कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद प्रदीप माझी द्वारा विवादित बयाद दिए जाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में प्रदीप माझी फोन पर किसी से भड़काऊ भाषा में बात कर रहे थे। दरअसल, वो फोन पर किसी से बात करते हुए कह रहे थे, “पेट्रोल और डीज़ल तैयार रखो। जिस क्षण आपको ऑर्डर मिलेगा, सब कुछ में आग लगा देना, बाक़ी जो होगा वो हम देख लेंगे।”

जानकारी के अनुसार, ज़िले के कोसागुमुडा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ कथित रूप से हुए सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में कॉन्ग्रेस पुलिस की निष्क्रियता का विरोध करते हुए नबरंगपुर में 12 घंटे का बंद रखा गया। जनपद के कम से कम 10 प्रखंडों में सुबह से ही जाम की स्थिति बनी रही।

ओडिशा टीवी (OTV) की ख़बर के अनुसार, इस मामले को लेकर जब माझी ने कांरीगुड़ा छाक के पास विरोध-प्रदर्शन किया, तो नबरंगपुर के एडिशनल एसपी ने हस्तक्षेप किया और उनसे इस आंदोलन को वापस लेने के लिए कहा। इसके बाद, माझी ने कथित तौर पर अपने कार्यकर्ताओं को कॉल किया और उन्हें पेट्रोल और डीजल के साथ तैयार रहने के लिए कहा।

इस बीच, नबरंगपुर टाउन में अम्बेडकर चौक के पास कुछ उपद्रवियों ने एक वाहन को आग लगा दी। हालाँकि, आग लगाने वाले उपद्रवियों की पहचान नहीं हो सकी है, लेकिन सूत्रों को संदेह है कि आग लगाने की इस इस घटना को माझी का निर्देश मिलने के बाद ही अंजाम दिया गया है।

बाद में, OTV से बात करते हुए, कॉन्ग्रेस नेता ने स्वीकार किया कि उन्होंने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को आग लगाने का निर्देश दिया था। उन्होंने बताया, “मैं अब लोकतंत्र में विश्वास नहीं करता। BJD सरकार के शासनकाल में महिलाओं और बालिकाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा है, इस पर मैं चुप्पी नहीं साथ सकता। पहले कुंडली में एक नाबालिग लड़की के साथ जवानों ने सामूहिक बलात्कार किया था। अब, नाबरंगपुर में एक अन्य नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।”

माझी ने BJD के नेतृत्व वाली ओडिशा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “13 दिन बीत चुके हैं लेकिन मृतक नाबालिग लड़की की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी तक सामने नहीं आई है। डॉक्टर, गृह विभाग और सरकार क्या कर रहे हैं?”

उन्होंने कहा, “हमें क़ानून हाथ में लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है और सरकार ने हमें ऐसा करने के लिए मजबूर किया है। जैसा कि गाँधीवादी सिद्धांत हमें न्याय सुनिश्चित करने में मदद नहीं कर रहे हैं, हम सुभाष चंद्र बोस के आदर्शों को अपनाने के लिए बाध्य हैं। हमें न्याय पाने के लिए हिंसा को अपनाने के लिए मजबूर किया जाता है। मैंने फोन पर जो कुछ भी कहा, उस पर मुझे पछतावा नहीं है। अगर मुझे अपनी माँ और बहनों को सुरक्षित रखने के लिए हिंसा अपनानी पड़े, तो मैं पीछे नहीं हटूँगा।”

इस बीच, नबरंगपुर BJD के सांसद रमेश माझी ने हिंसा को भड़काने के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को उकसाने के लिए कॉन्ग्रेस नेताओं की आलोचना की। उन्होंने कहा, “जो कुछ भी हुआ है, पुलिस उसकी जाँच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी जल्द ही आ जाएगी। 2019 के चुनावों में अपनी हार का गुस्सा इस तरह से निकालना सही नहीं है। उनके अंदर आदिवासियों या दलितों के लिए कोई भावना नहीं है, वो केवल इस तरह की गतिविधियों के माध्यम से सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। सभी आरोपितों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।”

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