मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर राजनीतिक संकट धीरे-धीरे और गहराता जा रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और शिवसेना ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए संभावित गठबंधन के संकेत दिए हैं। लेकिन राज्य में पिक्चर साफ होती नजर नहीं आ रही है। एक के एक बयान आ रहे हैं लेकिन किसी भी फिलहाल सरकार बनती नजर नहीं आ रहा है।
इस बीच कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सोमवार को कहा कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता से इन्कार नहीं किया जा सकता है। निरुपम ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में 2020 में शुरुआती चुनाव संभावित हैं और एक साझेदार के रूप में शिवसेना के साथ भविष्य के चुनाव लड़ने पर सवाल उठाया।
संजय निरुपम ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सरकार बनाता है और कैसे? लेकिन महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता से इनकार नहीं किया जा सकता है। जल्दी चुनाव के लिए तैयार हो जाओ। यह 2020 में हो सकता है। क्या हम एक साझेदार के रूप में शिवसेना के साथ चुनाव में जा सकते हैं?’
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) November 11, 2019
बता दें, संजय निरुपम ने शनिवार को कांग्रेस-एनसीपी को शिवसेना के साथ गठजोड़ करने को लेकर चेतावनी दी थी।
महाराष्ट्र में सियासी गहमागहमी
इससे पहले आज शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने घोषणा की कि वह केंद्रीय कैबिनेट में अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। रविवार को महाराष्ट्र में भाजपा ने सरकार बनाने में असमर्थता जताई थी, इसके बाद एनसीपी ने राज्य में शिवसेना के नेतृत्व वाली सरकार के लिए अपना समर्थन बढ़ाने के लिए पार्टी के लिए कई शर्तें रखीं। इन शर्तों में शिवसेना को एनडीए के साथ अपने संबंध खत्म करने और उनके मंत्रियों का केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना शामिल थी।
चुनावी नतीजे किसके साथ ?
चुनाव पूर्व एनडीए गठबंधन ‘मायावती’ को महाराष्ट्र में पूर्ण बहुमत मिला था, जब भाजपा ने 105 और शिवसेना ने 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में 56 सीटें हासिल की थीं। दूसरी ओर एनसीपी और कांग्रेस के पास विधानसभा में 54 और 44 सीटें हैं।