लखनऊ। अयोध्या मामले (Ayodhya case) में सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ आज सुबह साढ़े दस बजे फैसला सुनाएगा. पांच जजों की पीठ यह फैसला सुनाएगी. अयोध्या केस की 40 दिनों तक नियमित सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर उत्तर प्रदेश में सभी स्कूल कॉलेज सोमवार तक बंद रहेंगे.
इससे पहले, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने यूपी के मुख्य सचिव और DGP से क़ानून व्यवस्था पर चर्चा की. चीफ जस्टिस ने DGP और मुख्य सचिव से अतिरिक्त जरूरतों के बारे में पूछा. चीफ जस्टिस ने सरकार को किसी तरह के मदद, जरूरत या निर्देश के बारे में पूछा ताकि फैसले के बाद किसी तरह की दिक्कतें पेश न आएं. इसी बीच, केंद्र सरकार ने अयोध्या में 4 हज़ार अतिरिक्त फोर्स भेजने का फ़ैसला किया है. गृह मंत्रालय ने यूपी समेत सभी राज्यों को अलर्ट रहने को कहा है.
यूपी में पैरामिलिट्री फोर्स 18 नवंबर तक तैनात रहेंगी. 12 संवेदनशील ज़िलों में RAF की 10 कंपनियां तैनात रहेंगी. अयोध्या में ड्रोन कैमरे से सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जा रही है. शहर के सभी मंदिर और धर्मशालाओं को खाली करवा लिया गया है. इसके अलावा, अयोध्या में अलग-अलग जगहों पर 10 अस्थायी जेल बनाई गई हैं ताकि अगर फ़ैसले की वजह से भीड़ अयोध्या की तरफ़ बढ़ना चाहे, तो उसे वहीं पर रोका जा सके. इसके साथ ही लखनऊ महोत्सव की तारीख भी जनवरी के तीसरे सप्ताह तक के लिए बढ़ा दी गई है.
अयोध्या मामले (Ayodhya case) में पक्षकार और पंच निर्वाणी अणी अखाड़े के परमाध्यक्ष श्रीमहंत धर्मदास ने कहा, ‘माहौल कोई बिगाड़ ही नहीं सकता है, हम लोग अयोध्यावासी सब मिलकर राम मंदिर का निर्माण करेंगे. इस पर कोई विचार न करे कोर्ट क्या कह रहे हैं. लड़ना होगा तो हम ही लड़ेंगे. यहां पर जो हो, एक धार्मिक व्यवस्था को जो व्यापार नहीं मिल रहा है उसपर ध्यान ना दें.’