नई दिल्ली। देश के सबसे पुराने मुकदमे अयोध्या विवाद केस (Ayodhya case) में सबसे बड़ी अदालत शनिवार को सुबह साढ़े 10 बजे फैसला सुनाएगा. फैसला आने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra modi) ने लगातार तीन ट्वीट कर देशवासियों से शांति और सद्भवाना बनाए रखने की अपील की है. पीएम मोदी ने पहले ट्वीट में लिखा है, ‘अयोध्या पर कल सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का निर्णय आ रहा है. पिछले कुछ महीनों से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में निरंतर इस विषय पर सुनवाई हो रही थी, पूरा देश उत्सुकता से देख रहा था. इस दौरान समाज के सभी वर्गों की तरफ से सद्भावना का वातावरण बनाए रखने के लिए किए गए प्रयास बहुत सराहनीय हैं.’
अगले ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा है, ‘देश की न्यायपालिका के मान-सम्मान को सर्वोपरि रखते हुए समाज के सभी पक्षों ने, सामाजिक-सांस्कृतिक संगठनों ने, सभी पक्षकारों ने बीते दिनों सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक वातावरण बनाने के लिए जो प्रयास किए, वे स्वागत योग्य हैं. कोर्ट के निर्णय के बाद भी हम सबको मिलकर सौहार्द बनाए रखना है.’
वहीं इस मसले पर अपने आखिरी ट्वीट में पीएम मोदी ने लिखा है, ‘अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का जो भी फैसला आएगा, वो किसी की हार-जीत नहीं होगा. देशवासियों से मेरी अपील है कि हम सब की यह प्राथमिकता रहे कि ये फैसला भारत की शांति, एकता और सद्भावना की महान परंपरा को और बल दे.’
प्रदेशवासी अफवाहों पर ध्यान ना दें: सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘माननीय सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा अयोध्या प्रकरण के संबंध में दिए जाने वाले संभावित फैसले के दृष्टिगत प्रदेशवासियों से अपील है कि आने वाले फैसले को जीत-हार के साथ जोड़कर न देखा जाए. यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि प्रदेश में शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण को हर हाल में बनाए रखें. मेरी प्रदेशवासियों से अपील है कि अफवाहों पर ध्यान न दें. प्रशासन सभी की सुरक्षा व प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पूरी तरह कटिबद्ध है. कोई भी व्यक्ति यदि कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करेगा, तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.’
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, ‘अयोध्या मामले में फैसला आ रहा है. मैं सभी प्रदेश देशवासियों से अपील करता हूं इसे स्वीकार करें ना किसी की हार है न जीत है. इसे हृदय से स्वीकार करें देश में शान्ति और सौहार्द बना रहे ये हम सबका कर्तव्य है. हम किसी भी वर्ग और समाज से हो पंथ को मानने वाले हों, मिल जुलकर एक रहेंगे. शान्ति बनाये रखें.’