अंग्रेजी चैनल टाइम्स नाउ ने दावा किया है कि पूर्व केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता प्रफुल्ल पटेल के संबंध कथित PMC घोटाले के अभियुक्त हैं। टाइम्स नाउ का दावा है कि उसने ऐसे दस्तावेज़ देखे हैं जिनसे पता चलता है कि घोटाले के आरोपित वधावन परिवार के हवाई जहाज़ पर प्रफुल्ल पटेल एक चार्टर्ड फ्लाइट में सवार थे। और करेले पर नीम चढ़ा यह कि प्रफुल्ल पटेल पहले ही डी-कंपनी और इक़बाल मिर्ची से जुड़े लोगों के साथ आर्थिक संबंध के लिए विरोधियों के निशाने पर हैं। ऐसे में उनकी मुश्किलें बढ़ना तय है।
#Exclusive | PMC Bank scam gets bigger with TIMES NOW’s SUPER SCOOP.@NCPSpeaks leader @Praful_patel is linked to PMC Bank accused.
TIMES NOW’s Pranesh Roy & Vivek Narayan with more details. Listen in. | #PrafulPMCAccusedLink
एक नहीं, कई बार- जब ‘मंत्री जी’ थे पटेल
टाइम्स नाउ के चैनल प्रसारण पर दिखाए गए दस्तावज़ों के अनुसार प्रफुल्ल पटेल और उनकी पत्नी वर्षा ने एक नहीं, कई-कई बार प्रिविलेज एयरवेज़ प्राइवेट लिमिटेड के चार्टर्ड विमान पर सफ़र किया था। यह सभी उड़ानें मार्च से जून 2012 के बीच की थीं, जब पटेल डॉ. मनमोहन सिंह की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के प्रभारी मंत्री थे। टाइम्स नाउ का दावा है कि यात्री सूची (passenger manifests) में पटेल का ज़िक़्र ‘Honourable Minister’ (माननीय मंत्री महोदय) के तौर पर है।
उनके साथ कई बार सफ़र करने वाले होते थे राकेश वधावन, जो PMC घोटाले के आरोपित हैं। पंजाब एंड महाराष्ट्र बैंक घोटाले के मुख्य आरोपित और एचडीआईएल के मालिक राकेश वधावन और उनके बेटे सारंग वधावन के पास से ₹3500 करोड़ की 2100 एकड़ जमीन ED ज़ब्त करने की तैयारी में है।
पहले ही डी-कंपनी के झंझावात में
पटेल पहले ही मुंबई ब्लास्ट के आरोपित और दाऊद के क़रीबी इक़बाल मिर्ची के साथ जमीन सौदे को लेकर विरोधियों के निशाने पर हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने टाइम्स नाउ को हाल ही में दिए इंटरव्यू में इसे ‘देशद्रोह से कम नहीं’ करार दिया था। उन्होंने पूछा कि आखिर प्रफुल्ल पटेल की ऐसी क्या मज़बूरी थी कि उन्हें हाजरा बीबी के साथ डील करना पड़ा?
कांग्रेस और NCP प्रफुल्ल पटेल वाले मामले पर मौन हैं।
प्रफुल्ल पटेल ये जवाब नहीं दे रहे हैं कि हजरा बीबी के साथ उन्हें अग्रीमेंट क्यों करना पड़ा, क्या मजबूरी थी?
इसकी जांच संविधान के दायरे में होगी, इसमें अगर टेरर एंगल आता है तो उस एंगल से भी जांच होगी: श्री अमित शाह