नई दिल्ली। आईएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है, बुधवार देर शाम चिदंबरम कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे, उन्होने एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया, इसके बाद वो अपने जोरबाग स्थित घर चले गये, जहां पर सीबीआई और ईडी की टीम दिल्ली पुलिस के साथ पहुंची, एक छोटे से ड्रामे के बाद चिदंबरम को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया।
सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
मंगलवार को चिदंबरम के कानूनी विशेषज्ञों की टीम ने अग्रिम जमानत के लिये सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन बुधवार को चिदंबरम के वकील कपिल सिब्बल की जल्द सुनवाई की मांग को ठुकराते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने मामले पर शुक्रवार की तारीख तय की। मंगलवार को सीबीआई और ईडी की टीम बारी-बारी से चिदंबरम के घर पहुंती, लेकिन वो वहां नहीं मिले, बुधवार को भी चिदंबरम अपने आवास पर नहीं मिले, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार ईडी को पूरा विश्वास है कि उन्हें पूर्व मंत्री की कस्टडी मिल जाएगी, प्रवर्तन निदेशालय को चिदंबरम से स्पेन, यूके समेत देश-विदेश में उनकी कई संपत्तियों को लेकर पूछताछ करनी है।
करोड़ों की संपत्ति
ईडी ने दावा किया है, कि चिदंबरम के बेटे कार्ति ने स्पेन में टेनिस क्लब, यूके में कॉटेज के साथ-साथ देश-विदेश में कुल 54 करोड़ की संपत्तियां खरीदी है, प्रवर्तन निदेशालय जानना चाहती है कि कार्ति के पास ये संपत्तियां खरीदने के लिये पैसे कहां से आये, ईडी ने अक्टूबर 2018 में एक अटैचमेंट ऑर्डर पास किया था, जिसके अनुसार ये सारी संपत्तियां आईएनएक्स मीडिया केस में मिली रिश्वत की रकम से खरीदी गई है, चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया घोटाला और एयरसेल मैक्सिस 2जी स्कैम में बेटे कार्ति के साथ सह अभियुक्त हैं, दोनों से सीबीआई और ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है।
चार्जशीट हो चुकी है दायर
चिदंबरम और उनके बेटे के खिलाफ चार्जशीट दायर हो चुकी है, साथ ही उनकी संपत्ति को भी अटैच किया जा चुका है, इस संपत्ति में चिदंबरम का जोरबाग को वो बंगला भी शामिल है, जहां फिलहाल वो रहते हैं, इसकी कीमत करीब 16 करोड़ रुपये आंकी जा रही है, स्पेन के बार्सिलोना में चिदंबरम की जमीन और टेनिस कोर्ट की कीमत करीब 15 करोड़ रुपये आंकी गई है। ईडी ने कार्ति के इंडियन ओवरसीज बैंक की चेन्नई की नुंगाबक्कम शाखा से 9.23 करोड़ की एफडी को भी अटैच कर लिया है, साथ ही कार्ति से जुड़ी एक कंपनी एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसलटिंग प्रा. लि. की डीसीबी बैंक में एक 90 लाख की एफडी को भी अटैच किया है।
पीटर मुखर्जी ने खोले थे राज
प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि पीटर मुखर्जी ने एएससीपीएल और कार्ति से जुड़ी संस्थाओं को 3.09 करोड़ रुपये दिये थे, पीटर मुखर्जी ने जांच के दौरान कबूला था, कि कार्ति के निर्देश पर नकली ट्रांजेक्शन के कुछ डेबिट नोट तैयार किये गये थे। ईडी ने निदेशालय के अटैचमेंट ऑर्डर में कहा है कि इस जांच में सबूत मिले हैं, कि कार्ति से जुड़े कुछ संस्थानों में आये पैसे एएसपीसीएल के पास पहुंचे हैं, इतना ही नहीं एएसपीसीएल को जो पैसे मिले, उसका इस्तेमाल निवेश में किया गया, साथ ही इससे वासन हेल्थ केयर के शेयर भी खरीदे गये, जिनके शेयर बेचकर करीब 41 करोड़ रुपये का फायदा कमाया गया।