नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में कुछ बड़ा होने वाला है की अटकलें पूरे जोर-शोर से चल रही है, अमरनाथ यात्रा श्रद्धालुओं और पर्यटकों को घाटी से निकलने की एडवाइजरी के बाद लोगों की आशंकाओं को और बल मिल रहा है, जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दल भी इस मामले में राज्यपाल सत्यपाल मलिक से मुलाकात कर चुके हैं।
गिलानी ने मांगी मदद
कश्मीर की मौजूदा स्थिति में अलगाववादी और उनसे जुड़े संगठनों में काफी बेचैनी देखी जा रही है, कश्मीर घाटी में आतंक फैलाने के लिये पैसे लेने के आरोपों का सामना कर रहे सैयद अली शाह गिलानी भी अपने ट्वीट को लेकर चर्चा में आ गये, दरअसल गिलानी ने ट्वीट कर मदद मांगते हुए इस धरती पर मुसलमानों को बचाने की बात कही, गिलानी ने अपने ट्वीट में ये भी कहा कि भारत मानव के इतिहास में सबसे बड़ा नरसंहार करने वाला है, उन्होने अल्लाह से खुद को बचाने की प्रार्थना की, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जाने लगा।
कुमार का करारा जबाव
गिलानी के इस ट्वीट पर कवि कुमार विश्वास ने करारा जबाव दिया, उन्होने गिलानी को पाकिस्तानी पैरासाइट यानी परजीवी कहा है, साथ ही कुमार ने गिलानी को कश्मीर में किये उनके कामों को भी याद दिलाया, उन्होने लिखा, उन बेगुनाह चीखों को याद करो पाकिस्तानी पैरासाइट जो तुमने दलाली लेकर जन्नत जैसे कश्मीर में बोई है, उन मांओ, बहनों, बेटियों, पिताओं के आंसूओं की गरमी महसूस करो खबीस जिनका सौदा तुम जैसे दर्जन भर सांपों ने दुश्मन देश से डॉलर्स में किया है, अल्लाब पाक तुम्हारा हिसाब यही करेगा, रुको।
भारत विरोधी बयान
आपको बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है, जब गिलानी ने पाकिस्तान की भाषा बोली हो, इससे पहले भी वो कई बार भारत विरोधी ट्वीट और बयान देते रहा है, मालूम है कि गिलानी ने 2 अगस्त को ट्वीट कर लिखा था कि कश्मीर में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।