मुंबई। महाराष्ट्र की IAS अफसर निधि चौधरी के एक विवादित ट्वीट के कारण राज्य में बवाल मच गया है. अब उन्हें बर्खास्त करने की मांग उठ रही है. IAS निधि चौधरी ने एक ट्वीट के ज़रिए लिखा, बापू के दुनिया भर में लगे पुतले हटाये जाएं. रास्ते पर दिया गया उनका नाम हटाया जाए. महात्मा गांधी के नोट पर लगे फ़ोटो भी हटाए जाएं. शुक्रिया गोडसे.
निधि चौधरी नवी मुंबई महानगरपालिका में एडिशनल कमिश्नर हैं. उनके इस ट्वीट के बाद विवाद बढ़ गया है. अब उनको बर्खास्त करने की मांग उठ रही है. एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा है कि महाराष्ट्र सरकार उन पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करे.
इस ट्वीट पर जब विवाद बढ़ा तो निधि चौधरी ने इसे डिलीट कर दिया. इसे बाद उन्होंने लिखा, “17 मई के अपने ट्वीट को मैंने डिलीट कर दिया, क्योंकि कुछ लोग इसे गलत समझ गए. अगर वह 2011 से मेरे टाइमलाइन को फॉलो कर रहे होते तो वे समझते कि मैं गांधी जी का अनादर करने की सोच भी नहीं सकती हूं, मैं उनके सामने पूरी श्रद्धा से सर झुकाती हूं और अपनी आखिरी सांस तक ऐसा करती रहूंगी.”
गांधी के हत्यारे को भाजपा विधायक द्वारा “राष्ट्रवादी” बताये जाने पर विवाद
महात्मा गांधी से संबंधित विवाद मध्यप्रदेश की राजनीति में उठा था. सबसे पहले भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने गोडसे को राष्ट्रवादी बताया था. इसके बाद मप्र की महू से विधायक ऊषा ठाकुर के बयान के बाद भी बवाल मचा था. भाजपा विधायक ऊषा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड़से को कथित तौर पर “राष्ट्रवादी” बताया जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया है.
संबंधित वीडियो में एक निजी समाचार चैनल का संवाददाता ठाकुर से पूछता सुनायी पड़ रहा है कि क्या वह गोड़से को राष्ट्रवादी मानती हैं? इस सवाल पर भाजपा विधायक यह जवाब देती सुनायी पड़ रही हैं, “वह तो राष्ट्रवादी हैं ही.” ठाकुर, विधानसभा में इंदौर जिले के महू क्षेत्र की नुमाइंदगी करती हैं. वह भाजपा की प्रदेश इकाई की उपाध्यक्ष भी हैं.
वीडियो के मुताबिक गोड़से के बारे में पूछे गये अन्य प्रश्न पर ठाकुर ने कहा, “यह तो वह ही जान सकते हैं कि क्या काल-परिस्थिति रही होगी जो उन्होंने यह फैसला (गांधी की हत्या) किया। मैं सोचती हूं कि आपको और हमें तो इस बारे में टिप्पणी भी नहीं करनी चाहिये.”