नई दिल्ली। देश में फिर से मोदी सरकार बनना लगभग तय है. रुझानों में बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिलता दिख रहा है. केंद्र में मोदी सरकार की वापसी से कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने अपने सीएम बेटे एचडी कुमारस्वामी से इस्तीफे के बारे में सोचने के लिए कहा है. हालांकि, कुमारस्वामी ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है.
सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि वह इसका मुकाबला करेंगे, लेकिन इस्तीफा नहीं देंगे. सीएम ने केसी वेणुगोपाल से फोन पर बात भी की और उन्हें आगे की रणनीति बनाने के लिए बेंगलुर आने का न्यौता दिया है. केसी वेणुगोपाल ने सीएम से कहा कि चिंता न करें और कांग्रेस उनके साथ है और गठबंधन जारी रहना चाहिए.
कुमारस्वामी ने कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार से बात भी की जो ऑस्ट्रेलिया में हैं. शिवकुमार ने भी आश्वासन दिया कि गठबंधन ठीक रहेगा. सीएम ने मुख्य सचिव से कल सभी मंत्रियों को अनौपचारिक बैठक में भाग लेने के लिए बात की. कांग्रेस आलाकमान ने सीएम कुमारस्वामी से कहा कि जल्दबाजी में कोई फैसला न लें.
कर्नाटक की 225 विधानसभा सीटों में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78, जेडीएस को 37, बसपा को 1, केपीजेपी को 1 और अन्य को 2 सीटों पर जीत मिली थी. इस तरह से किसी भी पार्टी को बहुमत का आंकड़ा नहीं मिला था. बीजेपी राज्य की सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री की शपथ ली, लेकिन कांग्रेस-जेडीएस के एक साथ आने से वह बहुमत साबित नहीं कर पाए.
इसके बाद कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन के साथ राज्य में कुमारस्वामी की सरकार बनाई. कर्नाटक में लगातार कुमारस्वामी की सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं. उनके खिलाफ बीजेपी ने तीन बार ऑपरेशन लोटस चलाया, लेकिन वह फेल हो गए. अब माना जा रहा है कि केंद्र में सरकार बनने के बाद बीजेपी फिर ऑपरेशन लोटस चलाएगी और इस बार बड़ा खेल हो सकता है.