नई दिल्ली। फोनी तूफान ने ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में तबाही मचाई. इस प्राकृतिक आपदा में जहां सभी एक दूसरे के साथ नजर वहीं अब इसमें राजनीति की एंट्री भी हो गई है. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चक्रवात फोनी के संबंध में चर्चा करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन बात नहीं हो पाई क्योंकि मुख्यमंत्री की तरफ से कोई जवाब नहीं आया.
सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इसके बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी से बात की. अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के स्टाफ ने दो बार मोदी की बातचीत मुख्यमंत्री से फोन पर कराने की कोशिश की. दोनों बार स्टाफ से कहा गया कि मुख्यमंत्री की ओर से फोन किया जाएगा. एक अवसर पर उनसे कहा गया कि मुख्यमंत्री यात्रा पर हैं.’’
यह बयान ऐसे समय आया है जब तृणमूल कांग्रेस ने मोदी पर मुख्यमंत्री से चक्रवात के बीच राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं लेने को लेकर हमला बोला. प्रधानमंत्री ने राज्यपाल से हुई बातचीत को लेकर ट्वीट किया था.
फोनी तूफान का ओडिशा के जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालेश्वर, मयूरगंज और गंजम में असर देखने को मिला है. ओडिशा में 8 लोगों की जान इस तूफान की वजह से चली गई. पश्चिम बंगाल के 12 जिलों पर फोनी का असर देखने को मिला इनमें कोलकाता, हावड़ा, मिदनापुर, हुगली, बर्दवान, कृष्णा नगर, दिघा, बांकुरा, मालदा, नाडिया, नॉर्थ 24 पर्गना, और पुरुलिया शामिल हैं.