इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई और हैदराबाद के बीच हुए रोमांचक मुकाबले से प्वाइंट टेबल में प्लेऑफ की जंग में रोचकता बढ़ गई है. उम्मीद के मुताबिक मुंबई की टीम ने प्लेऑफ में जगह तो बना ली है, लेकिन इसके साथ ही वह अब चेन्नई के शीर्ष स्थान को चुनौती देने की स्थिति में आ गई है. वहीं दूसरी ओर चौथे स्थान के लिए मैदान अब भी खुला हुआ है.
पहले टॉप की बात करें
प्वाइट टेबल में चेन्नई की टीम 18 अंकों के साथ टॉप पर है, लेकिन दूसरे और तीसरे स्थान पर मुंबई और दिल्ली हैं. मुंबई ने अपने बेहतर नेट रनरेट से दिल्ली को पछाड़कर दूसरा स्थान हासिल कर लिया है. अब उसका नेट रनरेट +0.321 जबकि टॉप पर स्थित चेन्नई का नेट रनरेट +0.209 है और वहीं तीसरे स्थान पर खिसक चुकी दिल्ली का नेट रनरेट -0.096 हैं.
पहले टॉप पोजिशन के लिए चेन्नई और दिल्ली के बीच चुनौती थी, लेकिन चेन्नई और दिल्ली के बीच हुए मैच में चेन्नई की जीत ने दिल्ली को अंक और नेट रनरेट दोनों में काफी पीछे कर दिया था. इससे दिल्ली के लिए चेन्नई को हटाना लगभग नामुमकिन हो गया था. चेन्नई को अगला मैच पंजाब से, दिल्ली को अपना आखिरी मैच राजस्थान से और मुंबई को अपना आखिरी मैच कोलकाता से खेलना है. ऐसे में चेन्नई के हारने के साथ ही मुंबई और दिल्ली अपने मैच जीत जाते हैं तो पहले तीन स्थान के लिए नेट रनरेट से इन्हीं टीमों के बीच मुकाबला होगा. ऐसे में मुंबई की टीम शीर्ष पर पहुंच जाएगी, भले ही दिल्ली अपना मैच हारे चाहे जीते.
तो क्या दिल्ली टॉप नहीं आ सकती
यह सवाल तब से है जब से उसने चेन्नई के खिलाफ हार कर पहला स्थान गंवाया था. दिल्ली का नेट रनरेट उसकी समस्या है. अब उसे राजस्थान को बहुत ही बड़े अंतर से हराना होगा जिससे वह टॉप टू पोजिशन में आने की स्थिति में आ सके. इसके अलावा मुंबई और चेन्नई की हार कितनी बड़ी होती है वही तय करेगा कि दिल्ली टॉप पर आएगी या नहीं.
चौथे स्थान के लिए कितना बदला गणित
हैदराबाद की हार ने चौथे स्थान की जंग में कोलकाता और पंजाब को जंग में बनाए रखा है. दोनों टीमों को अभी दो मैच और खेलने हैं जिसमें सबसे अहम शुक्रवार को इनका आपस में होने वाला मैच है. हारने वाली टीम खुद के साथ राजस्थान को भी बाहर कर सकती है. अब चौथे स्थान के लिए हर टीम के लिए इस तरह की संभावना बनती है.
हैदराबाद का आखिरी मैच ऐसे बदलेगा समीकरण
हैदराबाद अगर अपना आखिरी मैच बेंगलुरू के खिलाफ जीत जाती है तो उसके 14 अंक हो जाएंगे. उस स्थिति में उसका मुकाबला पंजाब-कोलकाता मैच के विजेता से होगा, वह भी तब जब उस मैच की विजेता टीम अपना आखिरी मैच जीत जाती है. (यहां गौर करने वाली बात यह है कि पंजाब का आखिरी मुकाबला चेन्नई से है वहीं कोलकाता का आखिरी मुकाबला मुंबई से है. इस स्थिति में इस टीम को हैदराबाद से नेट रनरेट के लिए जूझना पड़ेगा.
अगर हैदराबाद अपना आखिरी मैच हार जाती है तो वह प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो जाएगी. ऐसे में बाजी पंजाब-कोलकाता के बीच होने वाले मैच के विजेता के हाथ में आ सकती है. इस मैच का विजेता अगर अपना आखिरी मैच हार जाता है तो पंजाब-कोलकाता मैच हारने वाली टीम चौथे स्थान के लिए उसी विजेता से नेट रनरेट के लिए मुकाबला करेगी.
राजस्थान क्यों नहीं हुई है अभी बाहर
अगर पंजाब कोलकाता के बीच शुक्रवार को होने वाला मैच बारिश की वजह से रद्द होता है और हैदराबाद अपना आखिरी मैच बेंगलुरू से हार जाती है, तो ही राजस्थान अगला मैच (दिल्ली के खिलाफ) बड़े अंतर से जीतकर प्लेऑफ की लड़ाई में बनी रह सकती है. ऐसा होना लगभग नामुमकिन है. क्योंकि मोहाली में बारिश की कोई संभावना नहीं हैं.