इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में बेंगलुरू की टीम पहले छह मैच हारने के बाद जरूर प्लेऑफ की दौड़ से बाहर होती दिखी, लेकिन टीम में जब विराट कोहली और एबी डिविलियर्स जैसे खिलाड़ी हों तो इस पर आसानी से यकीन करना मुश्किल ही होगा. और हो भी यही रहा है. बुधवार को सीजन का 42वां मैच बेंगलुरू का पंजाब के खिलाफ था. इस मैच में एबी डिविलियर्स ने अपना 360 डिग्री वाला हुनर अलग ही अंदाज में दिखाते हुए एक अविश्वसनीय छक्का लगा दिया.
एबी जरूरत के वक्त ही काम आए
यह मैच में टीम के लिए करो या मरो के जैसा था. वास्तव में अब बचे सारे मैच ही विराट की टीम के लिए करो या मरो के जैसे ही हो चुके हैं. पंजाब के खिलाफ जीत बहुत ही जरूरी थी. विराट तो ठान कर हर मैच में उतर रहे हैं और छोटी से छोटी बातों को एंजॉय भी कर रहे हैं. उनके दोस्त एबी भी धीरे-धीरे अपने पूरे रंग में आ चुके हैं. इस मैच में तो विराट को जल्दी आउट होने के बाद टीम को उनकी जरूरत थी और उन्होंने उसे पूरा भी किया.
डिविलियर्स ने आखिरी के ओवरों में तूफानी बल्लेबाजी के और छक्कों की बारिश कर दी. इसमें सबसे उल्लेखनीय रहा पारी का 19वां ओवर जो मोहम्मद शमी कर रहे थे. ओवर की तीसरी और चौथी गेंद पर एबी ने शमी को लॉन्ग ऑफ पर दो लगातार छक्के लगा डाले. इससे खीझकर शमी ने एबी पर अगली गेंद बीमर डाल दी, एबी इसके लिए तैयार नहीं थे, उन्होंने फुर्ती से इस ऑन साइड में अपने अंदाज में एक ही हाथ से 360 डिग्री जैसा शॉट खेल कर अपना बचाव किया. इसके बावजूद गेंद बाउंड्री के पार स्टेडियम की छत पर चली गई.
इस तरह एबी ने इस ओवर में छक्कों की हैट्रिक लगा डाली. इस तरह एबी ने शमी के ओवर में 21 रन बटोरे. आखिरी ओवर की पहली गेंद पर एबी ने फिर छक्का लगा दिया और मार्कस स्टोइनिस ने भी एबी के रंग में रंगते हुए आखिरी चार गेंदों पर 20 रन और ठोक दिए जिससे बेंगलुरू ने पंजाब को जीत के लिए 203 रनों का कठिन लक्ष्य दिया.
एबी ने अपनी पारी में 14 ओवर तक 25 गेंदों पर 25 रन बनाए थे. उसके बाद उन्होंने गियर बदलते हुए पारी खत्म होने तक 44 गेदों पर तीन चौकों और 7 छक्कों के दम पर 82 ठोक दिए. अब इस सीजन में एबी के 25 छ्क्के हो गए हैं और वे आंद्र रसेल और क्रिस गेल के बाद तीसरे नंबर पर है. एबी इसी मैदान पर मुंबई के खिलाफ छह छक्के भी लगा चुके हैं.
पंजाब के विकेट गिरते रहे इसलिए हारी टीम
इस लक्ष्य को हासिल करने पंजाब के लिए कोई मुश्किल नहीं था, खासकर बेंगलुरू की सपाट पिच को देखते हुए. विराट इससे वाकिफ थे, इसीलिए उन्होंने अपने गेंदबाजों पर भरोसा बनाए रखा और टीम बीच बीच में विकेट निकालती रही जिससे आखिरी के ओवरों में पंजाब का कोई बड़ा हिटर क्रीज पर नहीं बचा और बेंगलुरू को इस मैच मे 17 रनों की अच्छी जीत मिल गई. अब टीम 11 में से चार मैच जीत चुकी है और उसकी प्लेऑफ की उम्मीदें भी कायम हैं.