वायनाड। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा रविवार को अपने भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नई संसदीय सीट वायनाड में थीं. यहां उन्होंने राहुल के पक्ष में रैली और रोड शो किया. प्रियंका पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए वसंत कुमार के परिवार से भी मिलीं. लेकिन इस मुलाकात के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिस पर हर किसी की नज़र रही.
दरअसल, जब प्रियंका शहीद के घर उनके परिवारवालों से मुलाकात कर रही थीं. तो शहीद वसंत कुमार के पड़ोसियों ने प्रियंका गांधी को खाना ऑफर किया. जिसके बाद वहां पर असमंझस की स्थिति बनी रही. दरअसल, सुरक्षा नियमों के तहत केरल की पुलिस ने प्रियंका गांधी को खाना खाने से मना कर दिया, जो कि प्रोटोकॉल का हिस्सा था.
लेकिन क्योंकि प्रियंका की सुरक्षा में हमेशा एसपीजी की सुरक्षा रहती है, ऐसे में एसपीजी के सुरक्षाकर्मियों ने पहले खाना चख कर चेक किया और बाद में प्रियंका ने खाना खाया.
कुछ मीठा हो जाये…….@priyankagandhi केरल से सिविल सर्विसेज पास करने वाली पहली दलित महिला श्रीधन्या सुरेश से आत्मीयता से मिलीं और परिवार के साथ उनकी खुशी बाँटी। pic.twitter.com/iBRAVrRE7Q
— All India Mahila Congress (@MahilaCongress) April 21, 2019
दरअसल, रविवार को प्रियंका वायनाड में थीं जहां उन्होंने स्थानीय कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और चुनावी तैयारियों की जायजा भी लिया. इस दौरान उन्होंने अपने चुनाव लड़ने पर भी बड़ा बयान दिया, उन्होंने कहा कि अगर उनके भाई और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी कहेंगे तो वह वाराणसी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं.
प्रियंका गांधी ने कहा, “अगर राहुल गांधी कहेंगे तो मैं चुनाव लड़ने के लिए तैयार हूं और मैं वाराणसी से लड़ूंगी.” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले भी कई बार प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ने को लेकर बयान दे चुकी हैं.
वायनाड पर इस बार सभी की नज़र
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बार केरल की वायनाड सीट से किस्मत आजमा रहे हैं. वह अमेठी और वायनाड दोनों सीट से मैदान में हैं. राहुल गांधी का तर्क है कि वह दक्षिण भारत को संदेश देने के लिए वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं तो वहीं भारतीय जनता पार्टी कह रही है कि अमेठी में हार का डर है इसलिए ऐसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जहां पर बहुसंख्यक ही अल्पसंख्यक है.
लेकिन अगर समीकरणों को देखें तो राहुल की नजर केरल की सभी 20 सीटों पर है, जिस तरह उत्तर भारत को बीजेपी का गढ़ माना जाता है, वैसे ही दक्षिण भारत में कांग्रेस का जादू चलता है. केरल में अभी वाम दलों की सरकार है, लेकिन वह लगातार कमजोर पड़ रही है यही कारण है कि कांग्रेस मौका तलाश रही है.
इस रणनीति से ना सिर्फ केरल बल्कि कर्नाटक, तमिलनवाडु और अन्य दक्षिण के राज्यों को साधने की कोशिश है. राहुल के मुकाबले वायवाड से भाजपा ने एक संयुक्त एनडीए का उम्मीदवार उतारा है, यहां से तुषार वेल्लापल्ली मैदान में हैं.