नई दिल्ली। रोहित शेखर तिवारी की संदिग्ध मौत के मामले में एक और खुलासा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक, रोहित की मौत 15-16 अप्रैल की रात 1 से 1.30 बजे के बीच हुई थी. उस वक्त रोहित शेखर ने करीब आधी बोतल शराब पी रखी थी. इसके अलावा कोई दवा भी खा रखी थी. हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया है कि दवा कौन सी थी. अब ये बिसरा की जांच में साफ हो पाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह पता चला है कि जिस वक्त रोहित की हत्या हुई वो नशे की वजह से विरोध करने की हालत में नहीं था. उनकी मौत गले में रुकावट यानी गला चोक होने से हुई. रिपोर्ट के हिसाब से मुंह किसी चीज़ से दबाया गया. जिसकी वजह से वो सांस नहीं ले पाए. उनका गला भी घोंटा गया. जिससे उनकी मौत हो गई.
बता दें, पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी 16 अप्रैल को अपने घर में संदिग्ध हालात में पाए गए थे. उनके नाक से खून निकल रहा था. रोहित को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. इसके बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि रोहित की मौत संदिग्ध है. इस मामले में पुलिस हत्या का मुकदमा दर्ज किया है.
शुक्रवार को दिल्ली पुलिस रोहित शेखर घर पहुंची थी और सीसीटीवी के साथ ही रोहित के कमरे की तलाशी ली गई. वहीं, आज दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम रोहित की मां, पत्नी और ससुर से पूछताछ करने उनके घर पहुंची है. पुलिस को पत्नी पर शक है. उसके कॉल रिकॉर्ड से पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है.