अहमदाबाद। बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव पर जूता फेंकने की घटना के दूसरे दिन यानी आज गुजरात कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल को एक शख्श ने चाटा मारा है. बताया जा रहा है कि यह घटना सुरेंद्र नगर के बढवान में हुई. यहां पर मौजूद लोगों ने चाटा मारने वाले शख्स की बुरी तरह पिटाई की. पुलिस ने उसे बड़ी मुश्किल से बचाया.
हार्दिक पटेल को चाटा मारने का वीडिया भी सामने आया है. वीडियो में हार्दिक पटेल रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी एक शख्स आया और हार्दिक पटेल को चाटा मारने लगे. इस दौरान मंच पर मौजूद लोगों ने शख्स को पकड़ लिया और उसकी बुरी तरह पिटाई शुरू कर दी. लोगों ने शख्स के कपड़े फाड़ दिए.
#WATCH Congress leader Hardik Patel slapped during a rally in Surendranagar,Gujarat pic.twitter.com/VqhJVJ7Xc4
— ANI (@ANI) April 19, 2019
मौके पर मौजूद पुलिस ने किसी तरह शख्स को बचाया और उसे अस्पताल में भर्ती कराया. चाटा मारने वाले शख्स की हालात काफी गंभीर है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है. चाटा पड़ने के बाद हार्दिक पटेल ने कहा कि बीजेपी वाले चाहते हैं कि मुझे मार दिया जाए. ये लोग हमले करवा रहे है, लेकिन हम चुप नही रहेंगे.
जय जवान, जय किसान
भारत माता की जय
वन्दे मातरम् pic.twitter.com/kISAjFZFXE
— Hardik Patel (@HardikPatel_) April 18, 2019
गुजरात के युवाओं को रोजगार देने में नाकाम साबित हुई बीजेपी सरकार
इससे पहले पंचमहाल लोकसभा क्षेत्र में जनसभा को संबोधित करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा था कि ज़िले का युवा बीजेपी से रोज़गार के नाम पर ठगा महसूस कर रहा है. युवा कहता है हमने और कुछ नहीं मांगा सिर्फ़ अच्छी और सस्ती शिक्षा व सम्मान के साथ रोज़गार दे दीजिए, लेकिन बीजेपी सरकार यह देने में नाकाम रही. मुझे भरोसा है की इस बार भी उत्तर गुजरात से सभी लोकसभा सीट कांग्रेस जीत रही है. भाजपा के राज में डेरी उद्योग में भ्रष्टाचार सीमा से पर हैं.
#WATCH Delhi: Shoe hurled at BJP MP GVL Narasimha Rao during a press conference at BJP HQs .More details awaited pic.twitter.com/7WKBWbGL3r
— ANI (@ANI) April 18, 2019
बीजेपी दफ्तर में प्रवक्ता पर फेंका गया जूता
इससे पहले गुरुवार को बीजेपी नेता और राज्यसभा सदस्य जीवीएल नरसिम्हा राव पर एक शख्स ने जूता फेंका था. इस दौरान जीवीएल दिल्ली के बीजेपी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे. जूता फेंकने वाले शख्स की पहचान शक्ति भार्गव के रूप में हुई थी, जो कानपुर का रहने वाला था. शक्ति भार्गव की मानसिक हालत ठीक नहीं थी. पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे कानपुर भेज दिया था.