मैनपुरी। लोकसभा चुनाव 2019 अपने आप में ऐतिहासिक हो रहा है. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश का मैनपुरी एक ऐसे पल का गवाह बना जिसे लंबे समय तक याद किया जाएगा. मैनपुरी में हुई समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की साझा रैली में बसपा प्रमुख मायावती और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव एक मंच पर साथ आए, 26 साल के बाद ये पहली बार हुआ है.
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने रैली में बसपा प्रमुख मायावती का धन्यवाद दिया और मैनपुरी में आने पर खुशी जताई. मुलायम ने कहा कि हम और मायावती लंबे समय के साथ एक मंच पर आए हैं. मैं सभी से कहना चाहूंगा कि मायावती जी का सम्मान करना, हम उनका एहसान कभी नहीं भूल पाएंगे.
अपने छोटे से भाषण में मुलायम सिंह ने मायावती का नाम 6 बार लिया और बहुजन समाज पार्टी का जिक्र 1 बार किया.
मैनपुरी: ‘सामाजिक न्याय से महापरिवर्तन’ सपा, बसपा और आरएलडी की संयुक्त महारैली#MahaGathbandhan से #MahaParivartan pic.twitter.com/a3GnjCDupx
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 19, 2019
मुलायम ने कहा कि मैं इस बार आपके कहने पर आखिरी बार चुनाव लड़ रहा हूं, इस बार मैनपुरी हमारा हो गया है, सब लोग हमारे हो गए हैं. इस बार हमें भारी बहुमत से जीता देना. उन्होंने कहा कि जब भी जरूरत पड़ी है, तब-तब मायावती ने हमारा साथ दिया है और हमने भी उनका साथ दिया है. इसलिए मायावती का सम्मान जरूर करना.
गौरतलब है कि 2 जून 1995 को हुए गेस्ट हाउस कांड के बाद ये पहला मौका है जब मायावती और मुलायम सिंह यादव एक साथ एक मंच पर आए हैं. वहीं, करीब 26 साल के बाद ये ऐसा हुआ है जब दोनों नेता एक साथ चुनावी सभा को संबोधित कर रहे हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने भी अपने भाषण में मुलायम सिंह यादव की जमकर तारीफ की और कहा कि मुलायम सिंह ही पिछड़ों के असली नेता हैं. मायावती ने नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कहा कि वह खुद को ओबीसी बताते हैं लेकिन वो फर्जी ओबीसी हैं.