आईपीएल में इस साल पहली बार बिना अपने नियमित कप्तान एमएस धोनी के उतरी चेन्नई की टीम को हैदराबाद के खिलाफ करारी हार मिलने से टीम की कई कमजोरियां उजागर हुई है. इस बात को टीम की कप्तानी कर रहे सुरेश रैना ने भी माना कि यह हार से उनकी टीम की आंखे खुलने के लिए काफी है. मैच के बाद टीम को कोच स्टेफिन फ्लेमिंग ने भी टीम की हार के बारे में खुलकर बात की.
हर विभाग में हैदराबाद से कमजोर साबित हुई टीम
इस मैच में चेन्नई की टीम पहले खेलते हुए 20 ओवरों में केवल 133 रनों का स्कोर खड़ा कर सकी, जबकि आखिरी पांच ओवरों में टीम के बड़े खिलाड़ी अंबाती रायडू और रवींद्र जडेजा केवल 30 रन ही जोड़ सके. इसके अलावा गेंदबाजी में भी टीम डेविड वार्नर और जॉनी बेयरस्टॉ पर शुरुआती दबाव बनाने में पूरी तरह से नाकाम रही, बल्कि इन दोनों बल्लेबाजों ने पहले छह ओवरों में 68 रन जोड़ डाले जिसमें से 50 अकेले वार्नर ने बनाए.
पहली बार हुई है इस तरह की हार
फ्लेमिंग ने यह तो माना की टीम की कमियां सामने आई हैं, लेकिन इशारों में ही इसका कारण और आगे क्या करना है, यह भी बताया. उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट के मौजूदा सत्र में टीम की कमजोरी पहली बार उजागर हुई है और यह देखना दिलचस्प होगा की जरूरत से ज्यादा विश्लेषण नहीं करने वाली यह टीम इससे कैसे उबरती है, इस मैच में दस साल में पहली बार चेन्नई की टीम धोनी के बिना कोई मैच खेलने उतरी थी.
आगे क्या होगा इस पर चिंता दिखी
चेन्नई की यह सत्र में सिर्फ दूसरी हार है और फ्लेमिंग ने कहा कि पिछली बार की चैम्पियन टीम एकजुट होकर खामियों को कम करने की कोशिश करेगी. फ्लेमिंग ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘लंबे समय में यह पहली बार हुआ है जब हमारी कमजोरी इस तरह से उजागर हुई है और यह देखना दिलचस्प होगा कि खिलाड़ी इससे कैसे निपटते हैं.’’
टीम की इस आदत पर भी बोले फ्लेमिंग
फ्लेमिंग ने टीम के बारे में यह भी बताया कि रणनीति के लिए, खासतौर पर कोई मैच हारने पर, उनकी टीम क्या करती है. उन्होंने कहा, ‘‘हम अपनी हार का जरूरत से ज्यादा विश्लेषण नहीं करते है, हम उन पहलुओं का चयन करते है जहां कमी रही गई और उस पर काम करते है, हमारी टीम में लचीलापन है, हम शुरुआती आठ में से सात मैच जीते और नौवें के नजीते के बारे में ज्यादा सोचे बिना खुद को प्रेरित करना होगा, ’’
धोनी पर यह बोले फ्लेमिंग
फ्लेमिंग ने यह भी साफ किया किया आखिर टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को इस मैच में क्यों नहीं खिलाया गया. फ्लेमिंग ने कहा कि पीठ की दर्द से परेशान कप्तान धोनी को एहतियात के तौर पर टीम में शामिल नहीं किया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘कोलकाता के खिलाफ मैच के बाद वे थोड़ी परेशानी में थे, इसलिए ऐसा एहतियात के तौर पर किया गया, इस सत्र में हमें उनकी स्थिति को लेकर ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है ताकि वह फिट रहें.’’