यूपी: बीजेपी की नई लिस्ट में इनका कटा पत्ता, मेनका-वरुण गांधी की सीटें बदलीं

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की 10वीं सूची जारी की है, जिसमें उत्तर प्रदेश के 29 और पश्चिम बंगाल के 10 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई है. यूपी की लिस्ट में कई बड़े बदलाव भी देखने को मिले हैं. केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और उनके बेटे वरुण गांधी की सीटें आपस में बदल दी गई हैं, वहीं कानपुर सीट से पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी का टिकट काटकर सत्यदेव सिंह पचौरी को मौका दिया गया है.

इनके अलावा इटावा सीट से अशोक धोहरे का टिकट काटकर रमाशंकर कठेरिया को टिकट दिया गया है. रमाशंकर कठेरिया वर्तमान में आगरा से सांसद हैं, लेकिन उन्हें इटावा शिफ्ट किया गया है. जबकि भदोही से वर्तमान सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त की सीट भी बदल दी गई है, और उन्हें अब बलिया से टिकट दिया गया है. यानी बलिया सांसद भारत सिंह का टिकट काटा गया है.

बाराबंकी से मौजूदा प्रियंका रावत का टिकट काट दिया गया है, उनकी जगह मौजूदा विधायक उपेन्द्र रावत को टिकट दिया गया है. इलाहाबाद से मौजूदा सांसद श्यामचरण गुप्ता बीजेपी छोड़कर समाजवादी पार्टी में चले गए हैं. जिसके चलते इलाहाबाद लोकसभा सीट से यूपी सरकार में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी को टिकट दिया गया है. इसी तरह बहराइच से सांसद सावित्रीबाई फुले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में चली गई हैं, जिसके चलते इस सीट से बीजेपी ने अक्षयवरलाल गौर को मौका दिया है. अक्षयवरलाल फिलहाल विधायक हैं.

रामपुर से जया प्रदा

समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान के गढ़ रामपुर से बीजेपी ने अपने मौजूदा सांसद नेपाल सिंह का टिकट काट दिया है. उनकी जगह बॉलीवुड अभिनेत्री और पूर्व सपा सांसद जया प्रदा को प्रत्याशी बनाया गया है. जया प्रदा ने हाल ही में बीजेपी ज्वाइन की है. अब उनका सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी के कैंडिडेड आजम खान से होगा.

बीजेपी ने अपने वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी को कानपुर से टिकट नहीं दिया है. उनकी जगह यूपी सरकार के मंत्री सत्यदेव सिंह पचौरी को टिकट दिया गया है. कुशीनगर सीट से भी मौजूदा सांसद राजेश पांडेय का टिकट काट दिया गया है, उनकी जगह योगी आदित्यनाथ के करीबी माने जाने वाले विजय दुबे को मौका दिया गया है. विजय दुबे 2009 में भी इस सीट बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए थे. इसके बाद 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता, लेकिन राज्यसभा सांसद के चुनाव में क्रॉस वोटिंग के चलते कांग्रेस ने उन्हें निष्कासित कर दिया और वह वापस बीजेपी में आ गए. अब उन्हें कुशीनगर लोकसभा सीट से मौका दिया गया है.

यानी बीजेपी ने यूपी के 29 प्रत्याशियों की इस लिस्ट में काफी बदलाव किए हैं. कुछ पुराने सांसदों पर भरोसा जताया गया है, तो कहीं बदलाव कर क्षेत्रीय विरोध को कम करने की कोशिश की गई है. वरुण गांधी को लेकर छाए संशय के बादल भी छंट गए हैं और अंतत: पार्टी ने उन्हें टिकट दे दिया है, हालांकि उनकी सीट बदलकर एक बड़ा संदेश भी देने का प्रयास किया गया है.

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