लखनऊ। बीजेपी ने मुलायम परिवार में आख़िरकार सेंधमारी कर दी है. समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव के बहनोई अनुजेश प्रताप सिंह अब बीजेपी में शामिल हो गए हैं. रविवार को आगरा में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के वहां पहुंचने के बाद ये फैसला हुआ. बहनोई के पाला बदलने के बाद धर्मेंद्र यादव ने उनसे अपने रिश्ते ख़त्म कर लिए. अपने लेटरहेड पर बयान जारी कर यादव ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी.
अनुजेश प्रताप सिंह की शादी धर्मेंद्र यादव की बड़ी बहन संध्या से हुई है. जो मैनपुरी में जिला पंचायत की अध्यक्ष हैं. मुलायम सिंह यादव इस बार यहीं से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं. धर्मेंद्र और संध्या के पिता अभयराम यादव हैं. जो मुलायम के सगे छोटे भाई हैं. अनुजेश के भगवा कैंप में जाते ही परिवार में खलबली मच गई है. तरह तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. सबसे अधिक परेशान हैं धर्मेंद्र यादव क्योंकि सेंध तो आख़िर उनके घर में लगी है. इसीलिए तो अपने जीजा जी अनुजेश को लेकर कह रहे हैं “हम आपके हैं कौन”
वैसे तो संध्या और उनके पति अनुजेश प्रताप सिंह को लेकर मुलायम परिवार में पहले से तनातनी जारी थी. पहली खटखट तब हुई थी जब अखिलेश यादव यूपी के सीएम थे. मैनपुरी में ज़िला पंचायत के अध्यक्ष का चुनाव था. समाजवादी पार्टी रामगेपाल यादव के खासमखास विधायक राजू यादव की पत्नी को चुनाव लड़वाना चाहती थी. लेकिन संध्या यादव ख़ुद ज़िला पंचायत अध्यक्ष बनना चाहती थीं. आख़िर में उनकी ही दावेदारी भारी पड़ी. लेकिन अनुजेश और अखिलेश यादव के परिवार में गाँठ तो पड़ ही गई. आख़िरकार ये गाँठ तब खुली जब 24 मार्च को अमित शाह रैली के लिए आगरा पहुँचे. पहले उन्होंने शाह से आशीर्वाद लिया. फिर बीजेपी के यूपी अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पांडे के सामने वे पार्टी में शामिल हो गए. फ़िरोज़ाबाद जिले के रहने वाले अनुजेश की मां उर्मिला यादव भी समाजवादी पार्टी की विधायक रह चुकी हैं.
अनुजेश प्रताप सिंह के साले धर्मेंद्र यादव बदायूं से समाजवादी पार्टी के सांसद हैं. उनके छोटे भाई अनुराग यादव भी लखनऊ से विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. साल 2017 में जब अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव में ठनी हुई थी. तब धर्मेंद्र के पिता अभयराम ने शिवपाल का साथ दिया था. अखिलेश की नाराज़गी के बाद धर्मेंद्र ने बड़ी मुश्किल से अपने पिता की घरवापसी करवाई थी. अब अपने जीजाजी अनुजेश को लेकर वे परिवार में सवालों के घेरे में हैं.