ऑस्ट्रेलिया ने उस्मान ख्वाजा के इस सीरीज में दूसरे शतक, लेग स्पिनर एडम जंपा की शानदार गेंदबाजी की बदौलत पांचवें और निर्णायक वनडे में बुधवार को भारत को 35 रन से हरा दिया. ऑस्ट्रेलिया ने लगभग दस साल बाद भारतीय सरजमीं पर वनडे सीरीज अपने नाम की है. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम के सामने 273 रनों का लक्ष्य रखा, लेकिन भारतीय टीम 50 ओवरों में सभी विकेट खोकर 237 रन ही बना सकी. ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआती दो मैच गंवाने के बाद वापसी की और लगातार तीन मैच जीतकर विश्वकप से पहले मनोवैज्ञानिक बढ़त ली. निश्चित रूप से इस जीत से ऑस्ट्रेलिया का आत्मविश्वास बढ़ेगा.
ऑस्ट्रेलिया के हाथों अपने घर में वनडे सीरीज 2-3 से हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि टीम और खिलाड़ी न तो इस हार से निराश हैं, और न ही किसी तरह का पछतावा है. उन्होंने यह जरूर माना कि विश्वकप में सफल होने के लिए सही फैसले लेने की जरूरत है. कोहली ने साथ ही कहा कि विश्वकप के लिए टीम संतुलित है और सिर्फ स्थान को लेकर जद्दोजहद है.
कोहली ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “ईमानदारी से कहूं तो हम में से कोई भी खिलाड़ी निराश नहीं है, ना ही किसी तरह का पछतावा है. निश्चित ही जो प्रयोग किए गए, हार के लिए उनका बहाना नहीं दे सकते. विश्वकप को लेकर संभवत: एक ही स्थान के लिए हमें माथा-पच्ची करनी है अन्यथा हम अपने 11 खिलाड़ियों को लेकर अपने दिमाग में बहुत साफ है.”
ऑस्ट्रेलिया की भारत में यह सीरीज लगभग 10 साल बाद पहली वनडे सीरीज जीत है. इससे पहले उसने 2009 में भारतीट टीम को उसके घर में हराया था. कोहली ने ऑस्ट्रेलिया को उसकी ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी और कहा कि मेहमान टीम ने उसी तरह से क्रिकेट खेली जिस तरह से भारत ने ऑस्ट्रेलिया में खेली थी और ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी.
उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया ने उसी तरह की क्रिकेट खेली, जिस तरह की हमने ऑस्ट्रेलिया में खेली. उनमें वही ऊर्जा और इच्छा शक्ति थी जो ऑस्ट्रेलिया में हममे थी. उन्होंने हाथ आए मौकों को भुनाया और हम पर हावी रहे. भारत के साथ भारत में सीरीज जीतना ऑस्ट्रेलिया के लिए बहुत बड़ी बात है और इस जीत से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ेगा.”