लखनऊ। भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने बुधवार को ऐलान किया कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ेंगे. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जहां से चुनाव लड़ेंगे, वहां से वे भी खड़े होंगे और ‘मोदी जी को हराकर गुजरात भेजेंगे’.
इससे पहले मेरठ के अस्पताल में भर्ती चंद्रशेखर आजाद से मिलने प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे. साथ में राज बब्बर भी थे. नेताओं ने चंद्रशेखर आजाद का हालचाल जाना. मंगलवार को पुलिस ने देवबंद में उनकी पदयात्रा रोक दी थी. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. प्रियंका गांधी और चंद्रशेखर दोनों ने मुलाकात को गैर-राजनीतिक बताया. चंद्रशेखर के मुताबिक प्रियंका गांधी अस्पताल में उनका हालचाल जानने आई थीं.
मुलाकात के बाद चंद्रशेखर ने कहा कि पहले तो वह अपने संगठन से कोई मजबूत प्रत्याशी उतारने का प्रयास करेंगे और प्रत्याशी न मिलने पर वे खुद मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने बुधवार को यहां जारी एक वीडियो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि कल (मंगलवार) देवबंद में उनकी पदयात्रा उन्हीं के इशारे पर रोकी गई थी. उन्होंने कहा, “हमारे पास पदयात्रा की अनुमति थी लेकिन प्रशासन और सरकार इस बात को लेकर झूठ फैला रहे हैं.” चंद्रशेखर ने कहा, “15 मार्च को दिल्ली में बहुजन हुंकार रैली होगी. इसमें बड़ी संख्या में लोग भाग लेंगे. चाहे जो इसे रोकने का प्रयास करे, अब यह रैली रुकेगी नहीं.”
चंद्रशेखर ने आगे कहा है, “लोकसभा चुनाव में मायावती को पूरा समर्थन दिया जाएगा. अखिलेश यादव को अभी प्रमोशन में आरक्षण के मुद्दे पर अपना रुख साफ करना होगा. सपा संरक्षक मुलायम सिंह अपने बयान से लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हैं.” चंद्रशेखर के सुर में सुर मिलाते हुए प्रियंका गांधी ने भी सरकार पर हमला बोला और कहा कि ‘ये अहंकारी सरकार है जो युवा की आवाज कुचलना चाहती है. ये नौजवान हैं, रोजगार तो सरकार ने दिया नहीं, अगर संघर्ष कर रहे हैं तो करने दीजिए. ये सरकार नौजवान की आवाज उठाना नहीं चाहती है.’
गौरतलब है कि यूपी पुलिस ने मंगलवार को चंद्रशेखर को देवबंद में आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में हिरासत में ले लिया था. बाद में उनकी तबीयत खराब होने पर मेरठ इलाज के लिए भेज दिया गया था. बुधवार को प्रियंका गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल में ही उनसे मुलाकात की.