ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को मोहाली में खेले गए चौथे वनडे मैच में भारत को (India vs Australia) 5 विकेट से हराया. टीम इंडिया (Team India) ने इस मैच में 9 विकेट पर 358 रन बनाए. भारत के विशाल स्कोर को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि वह यह मैच आसानी से जीत लेगा. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पीटर हैंड्सकॉम्ब (117), उस्मान ख्वाजा (91) और एश्टन टर्नर (68) ने भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को तहसनहस करते हुए अपनी टीम को जीत दिला दी. इस जीत के साथ ही उसने पांच मैचों की सीरीज में 2-2 की बराबरी कर ली. ऑस्ट्रेलिया की इस जीत में पांच चीजें ऐसी हुईं, जो वनडे क्रिकेट में इससे पहले कभी नहीं हुई थीं.
1. ऑस्ट्रेलिया ने सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया
भारत ने इस मैच में 358 रन बनाए थे. इसके बावजूद वह हार गया. यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहला मौका है, जब टीम इंडिया 350 से बड़ा स्कोर बनाकर हारी है. यह लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी जीत भी है. उसने पहली बार वनडे में 350 से बड़ा लक्ष्य हासिल किया है. उसने 2011 के अपने रिकॉर्ड को सुधारा है. उसने सात साल पहले इंग्लैंड के 333 रन के लक्ष्य को हासिल कर जीत दर्ज की थी.
2. पीटर हैंड्सकॉम्ब का पहला शतक
ऑस्ट्रेलिया के पीटर हैंड्सकॉम्ब (Peter Handscomb) ने 105 गेंदों पर 117 रन बनाए. यह उनका पहला वनडे शतक है. हैंड्सकॉम्ब टी20 सीरीज में विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे थे. वनडे सीरीज में वे बतौर स्पेशलिस्ट बल्लेबाज खेल रहे हैं. 27 साल के दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपनी इस भूमिका से पूरा न्याय किया. उन्होंने उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja) के साथ 192 रन की साझेदारी कर अपनी टीम की जीत की नींव रखी.
3. एश्टन टर्नर का पहला अर्धशतक
ऑस्ट्रेलिया के एश्टन टर्नर (Ashton Turner) स्पिन गेंदबाजी करने वाले ऑलराउंडर हैं. लेकिन भारतीय बल्लेबाजों से खौफजदा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच अपने इस स्पिनर से गेंदबाजी कराने की हिम्मत ही नहीं कर पाए. टर्नर ने इसकी भरपाई बैटिंग से की और करियर का पहला अर्धशतक ठोक दिया. वे जब बैटिंग करने आए तो ऑस्ट्रेलिया 229 रन पर 4 विकेट गंवा चुका था. टर्नर ने यहां से पारी शुरू की और 37 गेंद पर 66 रन ठोककर खेल पलट दिया. उन्होंने चार चौके और पांच छक्के जमाए.
4. युजवेंद्र चहल की सबसे खराब गेंदबाजी
भारतीय लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) के लिए यह मैच बेहद खराब रहा. उन्होंने इस मैच में 10 ओवर में 80 रन लुटाए और सिर्फ एक विकेट ले सके. चहल ने 41 मैचों के वनडे करियर में पहली बार किसी मैच में 68 रन से अधिक खर्च किए हैं. इससे पहले उन्होंने पिछले साल 10 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5.3 ओवर में 68 रन लुटा दिए थे.
5. हैंड्सकॉम्ब और ख्वाजा की रिकॉर्ड साझेदारी
ऑस्ट्रेलिया के पीटर हैंड्सकॉम्ब और उस्मान ख्वाजा ने तीसरे विकेट के लिए 192 रन की साझेदारी की. यह पहला मौका है जब किसी विदेशी जोड़ी ने भारत में तीसरे विकेट के लिए इतनी बड़ी साझेदारी की है. इससे पहले यह रिकॉर्ड न्यूजीलैंड के एडम परोरे और केन रदरफोर्ड के नाम था. कीवी बल्लेबाजों ने 1994 में वडोदरा में तीसरे विकेट के लिए 181 रन की साझेदारी की थी.