लखनऊ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर चुनावी फायदे के लिए सेना के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि सेना देश की है, ना कि किसी राजनीतिक पार्टी की. अखिलेश ने कहा, ”ये (बीजेपी) फौज के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. यह सिलसिला रुकना चाहिए. सेना तो देश की होती है, किसी राजनीतिक पार्टी की नहीं.” प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने चुनाव प्रचार के दौरान सेना की वर्दी पहनने वाले दिल्ली प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी पर कटाक्ष करते हुए उनका नाम लिए बगैर कहा ‘अगर कोई नागरिक सेना की वर्दी पहनता है तो उसे सजा मिलती है, क्या किसी ने कोई शिकायत दर्ज करायी है?’ पिछले महीने पुलवामा में हुए हमले के बारे में अखिलेश ने कहा कि पूरा देश इस मामले की सच्चाई जानना चाहता है. साथ ही देश इस वारदात में मारे गए जवानों को ‘शहीद’ का दर्जा और उनके परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा देने की भी मांग कर रहा है.
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर सर्जिकल स्ट्राइक होगी और जनता बीजेपी को उसके झूठ-फरेब के लिए सबक सिखाएगी. अखिलेश ने राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के महासचिव जयंत चौधरी के साथ इस संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सपा-बसपा के साथ गठबंधन में आरएलडी के शामिल होने की औपचारिक घोषणा भी की. आरएलडी प्रदेश की मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. अखिलेश ने एक सवाल पर कहा कि कांग्रेस भी उनके गठबंधन में शामिल है. इसके तहत उसके लिए अमेठी और रायबरेली सीटें छोड़ी गयी हैं.
सपा प्रमुख ने कहा कि गठबंधन के सभी साथी मिलकर बीजेपी को हराएंगे. गठबंधन के तहत रालोद को मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर सीटें दिए जाने का निर्णय पहले ही ले लिया गया था, मगर इसकी औपचारिक घोषणा आज की गयी. गठबंधन के तहत अब प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 38 पर बसपा, 37 पर सपा और तीन सीटों पर आरएलडी चुनाव लड़ेगी. वहीं, दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी गयी हैं.