श्रीनगर। पुलवामा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच 16 घंटे से अधिक समय से मुठभेड़ जारी है. यह मुठभेड़ 14 फरवरी को पुलवामा के अवंतिपुरा में हुए जैश के हमले वाले स्थान से करीब 12 किलोमीटर की दूरी पिंगलान क्षेत्र में हो रही है. अवंतिपुरा में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
देर रात से जारी मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया है. जिसमें पाकिस्तानी नागरिक और जैश के शीर्ष कमांडर कामरान भी शामिल है. कामरान 14 तारीख को हुए आतंकी हमले में कथित तौर पर शामिल था. दूसरे आतंकवादी की पहचान स्थानीय नागरिक हिलाल अहमद के रूप में की गई है. उसका संबंध भी जैश-ए-मोहम्मद से था.
अभी-अभी
मुठभेड़ में पांच बजे के करीब डीआईजी साउथ कश्मीर अमित कुमार घायल हो गए हैं. उन्हें गोली लगी है और इलाज के लिए दिल्ली लाया जा रहा है. अमित कुमार 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. अमित कुमार के अलावा 12 सेक्टर के आर्मी ब्रिग्रेडियर हरबीर सिंह और एक सब इंस्पेक्टर घायल हो गए. हरबीर सिंह को पेट में गोली लगी है.
चार जवान शहीद
आतंकियों के साथ मुठभेड़ में पांच जवान शहीद हो गए. जिसमें एक पुलिसकर्मी हैं और चार सेना से जुड़े हैं. अधिकारी ने बताया कि इस मुठभेड़ में मेजर वी एस ढोंडियाल, हवलदार एस राम और सिपाही हरि सिंह और अजय कुमार शहीद हो गए. एक आम नागरिक की भी गोली लगने से मौत हुई है.
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों को इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. इसके बाद सुरक्षा बलों ने रात में इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान शुरू किया. अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई.
आतंकवादी समूह जैश ए मोहम्मद ने 14 फरवरी को हुए उस आतंकवादी हमले की जिम्मेदारी ली है जिसमें सीआरपीएफ के उन 78 वाहनों के काफिले को निशाना बनाया गया जो जम्मू से श्रीनगर आ रहे थे. सीआरपीएफ के करीब 2500 कर्मी घाटी की ओर लौट रहे थे जिसमें से कई छुट्टी के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट रहे थे.