कोलकाता। कोलकाता में इस वक्त सीबीआई दफ्तर के बाहर हाई वोल्टेज पॉलिटिकल ड्रामा चल रहा है. सीबीआई के अधिकारी कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंचे तो उन्हें पुलिस ने रोक लिया. पांच सीबीआई अधिकारियों को हिरासत में ले लिया गया. इससे ममता बनर्जी भड़क गईं. वे फौरन पुलिस कमिश्नर के घर पहुंचीं और वहीं से मोदी-शाह पर निशाना साधा. बाद में विरोध में ममता मेट्रो चैनल पर धरने पर बैठ गईं. इधर कोलकाता में सीबीआई के दफ्तर को पुलिस ने घेर लिया. बाद में पांचों अधिकारियों को छोड़ दिया गया और दफ्तर की सुरक्षा में सीआरपीएफ को तैनात कर दिया गया.
रात नौ बजे के करीब ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई हैं. वहीं दूसरी ओर सीबीआई दफ्तर पर सीआरपीएफ को तैनात कर दिया गया है. वहीं पूरे पश्चिम बंगाल में टीएसका राज्यव्यापी प्रदर्शन शुरू हो गया है. कई शहरों में टीएमसी के कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए हैं.
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ममता बनर्जी के समर्थन में आ गए हैं. केजरीवाल ने ममता से बात भी की है. माना जा रहा है कि केजरीवाल कल ममता से मिलने कोलकाता जा सकते हैं.
कोलकाता पुलिस ने बयान जारी कर रहा है कि सीबीआई के पास जरूरी दस्तावेज नहीं थे. बिना कागजात वे पहुंचे थे. वहीं सीबीआई के अंतरिम डायरेक्टर एम नागेश्वर राव ने कहा है कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर के खिलाफ सबूत हैं. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर शारदा चिटफंड घोटाले की जांच के लिए एसआईटी बनाई गई. सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के पहले ही पश्चिम बंगाल सरकार ने ये एसआईटी बनाई थी. केस से जुड़े सारे सबूत पुलिस कमिश्नर के पास हैं.
इससे पहले ममता बनर्जी रात में ही मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा देश मोदी-शाह से परेशान है. देश में इस समय इमरजेंसी से भी बुरे हालात हैं. ममता ने कहा कि मैं मोदी सरकार के इस रवैये पर अभी धरने पर बैठूंगी. ममता बनर्जी के जाने के बाद पुलिस कमिश्नर अपने घर से निकले और मीडिया के सामने आए. उन्होंने कहा कि वे इस बारे में कल बात करेंगे. इतना कहकर वे लौट गए.
इस बीच कोलकाता पुलिस सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर पंकज श्रीवास्तव को गिरफ्तार करने के लिए उनके घर रवाना हो गई है. सीबीआई के सूत्रों का कहना है कि कमिश्नर के घर जरूरी डॉक्यूमेंट को नष्ट किया जा सकता है. बताया जा रहा कि सीबीआई अब राज्यपाल से इस स्थिति से निपटने की गुहार लगा सकती है.
दरअसल पश्चिम बंगाल के चर्चित सारदा चिटफंड मामले की जांच के लपेटे में कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार भी आ गए हैं. सीबीआई की एक टीम राजीव कुमार से पूछताछ करने के लिए उनके घर पहुंची थी. लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. मौके पर कोलकाता पुलिस के दो डिप्टी कमिश्नर मौजूद थे. कोलकाता पुलिस के अधिकारी सीबीआई की टीम से कोर्ट का वारंट देखने की मांग कर रहे थे. सीबीआई के अधिकारी जब पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर जाने की कोशिश कर रहे थे उस वक्त उनकी वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई भी हुई.
इसके बाद सीबीआई टीम शेक्सपीयर सारनी पहुंच गई है. कोलकाता के कमिश्नर का घर इसी थाने के तहत पड़ता है. इस वक्त पुलिस कमिश्नर के घर को कोलकाता पुलिस ने घेरकर रखा है. आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं ममता बनर्जी पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंची हैं. राजीव कुमार इस वक्त अपने घर में ही हैं.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक सीबीआई टीम पुलिस कमिश्नर से पूछताछ करना चाहती थी, लेकिन उन्हें पुलिस कमिश्नर के घर तैनात गार्ड्स ने रोक दिया. सीबीआई का कहना है कि इस मामले में जांच की प्रक्रिया जारी है और राजीव कुमार से पूछताछ अहम है. सूत्रों ने बताया कि इससे पहले सीबीआई द्वारा नोटिस दिए जाने के बावजूद पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार जांच में शामिल नहीं हुए थे.
सीबीआई का ये एक्शन ऐसे वक्त में हुआ है जब कोलकाता पुलिस ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया था कि पुलिस कमिश्नर सीबीआई जांच के दायरे में हैं. यहां तक कोलकाता पुलिस ने ऐसी खबरें चलाने को लेकर मीडिया के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की धमकी भी दी थी.
बता दें कि ये राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील मामला है. शनिवार को जब मीडिया में खबर आई कि चिटफंड घोटाले के मामले में सीबीआई को कोलकाता पुलिस कमिश्नर की तलाश है तो इस मामले में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कूद पड़ीं.पुलिस कमिश्नर की ईमानदारी सवालों से परे- ममता
ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर दुनिया के सबसे अच्छे ऑफिसर हैं. ममता ने ट्वीट किया, “उनकी ईमानदारी और बहादुरी सवालों से परे है, वह दिन रात काम कर रहे हैं और वह हाल ही में एक दिन की छुट्टी पर थे.”
क्या है सारदा चिटफंड
साल 2013 में देश की सुर्खियों में आए सारदा घोटाले में 10 हजार करोड़ रुपये की जालसाजी का आरोप है. जिसके मुताबिक सारदा चिटफंड ग्रुप के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर सुदीप्त सेन ने कई स्कीमों के जरिए बंगाल और उड़िसा के करीब 14 लाख निवेशकों से पैसा जुटाया और उन्हें ठगा. ईडी अब तक सारदा की छह संपत्तियों की कुर्की कर चुका है, जिसकी कीमत 500 करोड़ रुपये है. एक्टर से राजनीतिज्ञ बने तृणमूल कांग्रेस के सांसद मिथुन चक्रवर्ती ब्रांड एंबेस्डर के तौर पर सारदा कंपनी से लिए गए 1.20 करोड़ रुपये पहले ही ईडी को सौंप चुके हैं.