लखनऊ। प्रियंका गांधी को कांग्रेस की तरफ से उत्तर प्रदेश का प्रभार दिए जाने के बाद से सियासी गलियारों में कयासों का दौर जारी है, अनेकों प्रकार की चर्चाओं की बाढ़ सी आ गई है. इन तमाम सियासी चर्चाओं की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो रही लेकिन पार्टी दफ्तर और नेताओं की बातचीत से कयासों और अटकलों का बाजार जरूर गर्म हो रहा है.
चर्चा है कि प्रियंका गांधी का एक दफ्तर इलाहाबाद के जवाहर भवन में भी होगा और वह उसी कमरे में बैठेंगी जहां कभी इंदिरा गांधी बैठा करती थीं. लखनऊ में पार्टी मुख्यालय को नया रूप दिया गया है और इसमें पहली मंजिल पर एक छोटा लेकिन खूबसूरत दफ्तर भी बनाया गया है जो फिलहाल पार्टी के अध्यक्ष का है. इस दफ्तर से एक पुरानी सीढ़ी नीचे उतरती है जो कभी इस्तेमाल हुआ करती थी. चर्चा यह है कि प्रियंका गांधी सीढ़ी और इस पहली मंजिल के कमरे को अपने दफ्तर के तौर पर इस्तेमाल करेंगी और वह खास सीढ़ी का इस्तेमाल सिर्फ प्रियंका और उनके करीबी नेता कर पाएंगे.
चर्चा यह भी है कि 4 फरवरी को दोनों भाई-बहन राहुल और प्रियंका लखनऊ में पार्टी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे जिसके लिए बड़े कॉन्फ्रेंस हॉल को आखिरी रूप दिया जा रहा है. इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रियंका गांधी पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री मोदी को घेरेंगी और चुनाव भी लड़ सकती हैं. माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगी जबकि राहुल गांधी छिंदवाड़ा सीट से लड़ेंगे.
एक बड़ी चर्चा यह भी है कि राहुल गांधी फरवरी के पहले पखवाड़े में किसी दिन संगम में डुबकी लगाएंगे और कांग्रेस के ब्राह्मण कार्ड को एक बार फिर मजबूती देंगे. बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने संगम किनारे एक बड़ी जगह पार्टी के प्रचार के लिए ले रखी है. एक बार फिर साफ कर दें कि इन तमाम चर्चाओं की कोई पुष्टि आधिकारिक तौर पर न तो पार्टी कर रही है ना ही कोई बड़ा नेता. ऐसे में इन चर्चाओं में कुछ सच्चाई और कुछ कयासबाजी दोनों हो सकती है.