नई दिल्ली। बुजुर्ग नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित दिल्ली प्रदेश कांग्रेस की फिर से अध्यक्ष चुन ली गई हैं. अजय माकन के पद से इस्तीफा देने के बाद शीला को यह कमान सौंपी गई है. अजय माकन ने शीला को अध्यक्ष बनाए जाने के बाद ट्वीट कर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी.
फिर से अध्यक्ष बनाए जाने पर 80 साल की शीला दीक्षित ने कहा, ‘पार्टी ने जिम्मेदारी दी उसके लिए शुक्रिया. उम्र पर मैं कोई कमेंट नहीं करूंगी. गठबंधन पर कोई कमेंट नहीं करूंगी. एलायंस जब फाइनल होगा तब उस पर बात की जाएगी. अभी ये केवल मीडिया में है.’ शीला 1998 से 2013 तक लगातार 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं. वह 2014 में केरल की राज्यपाल भी रहीं.
दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने बताया कि शीला दीक्षित को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के अलावा 3 प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भी चुना गया. कार्यकारी अध्यक्ष चुने जाने वाले नेता हैं देवेंद्र यादव, राजेश लिलोथिया और हारून युसूफ.
हिमाचल को भी मिला नया प्रदेश अध्यक्ष
राहुल गांधी ने दिल्ली के अलावा हिमाचल प्रदेश के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भी नियुक्त किया. कुलदीप सिंह राठौर को हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. हिमाचल की कांग्रेस प्रभारी रजनी पाटिल ने बताया कि सुखविंदर सिंह सुक्खी की जगह कुलदीप सिंह राठौर को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है. सुखविंदर पिछले 6 साल से प्रदेश अध्यक्ष थे.
अजय माकन ने पिछले साल सितंबर में दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. उनके इस्तीफे के बाद अगले प्रदेश अध्यक्ष को लेकर कई नाम चर्चा में थे. इस मुद्दे पर पिछले हफ्ते दिल्ली कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने कहा था कि अजय माकन ने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया है. अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनके इस्तीफे को पेंडिंग में रखा था, लेकिन अब उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है.
माकन ने अपने बधाई वाले ट्वीट में कहा कि शीला दीक्षित जी को पुन: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने पर बधाई व शुभकामनाएं. उनके आधीन, मुझे संसदीय सचिव एवं कैबिनेट मंत्री के रूप में काम करके सीखने का सुअवसर मिला. मुझे विश्वास है कि शीला जी की अगुआई में हम, मोदी, केजरीवाल सरकारों के विरोध में एक सशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएंगे.
पीसी चाको ने पिछले हफ्ते कहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का भी नाम अध्यक्ष पद की रेस में है और दूसरे अन्य वरिष्ठ नेताओं का भी नाम चर्चा में है, लेकिन फाइनल निर्णय राहुल गांधी को लेना है.