लखनऊ। समाजवादी पार्टी में उपेक्षा से नाराज होकर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (PSP) बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने सपा में वापसी की सम्भावनाओं से इनकार किया है। उन्होंने दावा किया है कि उनकी पार्टी अगले लोकसभा चुनाव के बाद किंगमेकर साबित होगी। शिवपाल ने दावा किया, ‘केंद्र में अगली सरकार हमारी पार्टी की मदद के बिना नहीं बन सकेगी। हमारी पार्टी पिछले 3 महीनों के अंदर एक बड़ी ताकत बनकर उभरी है। प्रदेश के सभी 75 जिलों में हमारा संगठन तैयार है और जनता अब हमें एक राजनीतिक शक्ति के तौर पर देखने लगी है।’
‘सपा में वापसी का कोई सवाल ही नहीं उठता’
सपा के संस्थापक सदस्यों में शुमार किए जाने वाले शिवपाल ने अपने पुराने ‘घर‘ में लौटने की सम्भावनाओं से भी इनकार किया। उनसे सपा नेता आजम खां के उस बयान के बारे में पूछा गया था जिसमें उन्होंने हालात अनुकूल होने पर पूरे यादव परिवार के एक साथ आने की बात कही थी। शिवपाल ने कहा, ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में विलय करने या मेरी सपा में वापसी का कोई सवाल ही नहीं उठता। हालांकि मैं भाजपा जैसी साम्प्रदायिक शक्ति को सत्ता से दूर रखने के लिये समान विचारधारा वाली पार्टियों से गठबंधन करने को तैयार हूं। मगर वह भी तब होगा, जब हमें सम्मानजनक संख्या में सीटें मिलेंगी।’
‘बसपा पर भरोसा नहीं किया जा सकता’
उन्होंने कहा कि PSP के गठन के बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के लगभग हर जिले का दौरा किया है। उन्हें हर जगह उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है। अगर किसी पार्टी से गठबंधन नहीं हुआ तो PSP प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। सपा-बसपा के गठबंधन पर सवाल उठाते हुए शिवपाल ने कहा, ‘क्या दोनों पार्टिर्यों की विचारधारा मेल खाती है? क्या बसपा पर विश्वास किया जा सकता है? कोई भरोसा नहीं है कि वह कब गठबंधन में शामिल हो और कब अलग हो जाए।’ सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव का आशीर्वाद हासिल होने या ना होने के सवाल पर पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा, ‘अब यह कोई सवाल नहीं रह गया है। मैंने कदम आगे बढ़ा दिये हैं। अब सवाल प्रदेश और देश का है। साथ ही इस बात का भी सवाल है कि हम साम्प्रदायिक शक्तियों को कैसे रोकते हैं।’
‘सम्मानजनक सीटें मिलीं तो करेंगे गठबंधन’
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह मुलायम से PSP के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने का आग्रह करेंगे। अगर वह इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते तो उनकी पार्टी चुनाव में उनका समर्थन करेगी, चाहे वह जहां से भी मैदान में उतरें। कांग्रेस से गठबंधन की सम्भावना के सवाल पर शिवपाल ने कहा कि अभी उनकी कांग्रेस के किसी भी नेता से बात नहीं हुई है। हालांकि हमें यह ध्यान रखना चाहिये कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है और वह भाजपा को रोककर केंद्र में सरकार बना सकती है। उन्होंने कहा कि अगर सपा, बसपा और कांग्रेस भाजपा को रोकना चाहती हैं और PSP को सम्मानजनक संख्या में सीटें देती हैं तो हम निश्चित रूप से गठबंधन में शामिल होंगे। शिवपाल ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ‘किसान, जवान और मुसलमान‘ का मुद्दा उठाएगी और उनके हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी।