जिस महिला सिपाही को एसटीएफ ने उठाया है, उसकी तैनाती श्रावस्ती जनपद में है. फिलहाल इस मामले में एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम महिला और पकड़े गए युवकों से पूछताछ कर रही है. एसटीएफ ने इस मामले में अभी कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की है लेकिन, सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है. अंदर खाने से यह खबर छनकर आ रही है महिला सिपाही के तार सिपाही भर्ती में अभ्यर्थियों को पास करने के लिए दिल्ली में बैठे हुए कुछ धंधेबाज से जुड़े हुए हैं.
गोरखपुर। कठोर दंड और जुर्माने की घोषणा के बाद भी यूपी पुलिस की भर्ती में धंधेबाज फर्जीवाड़ा करने से बाज नहीं आ रहे हैं. शुक्रवार 23 अगस्त से शुरू हो रही पुलिस भर्ती की परीक्षा से पहले गोरखपुर से एक महिला सिपाही को यूपी एसटीएफ(STF) ने पकड़ा है. उसके मोबाइल में पांच अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं. वह मूल रूप से गोरखपुर जिले के बांसगांव की रहने वाली है. एसटीएफ ने उसे उसके घर से ही पकड़ा है. साथ ही तीन और युवकों को भी एसटीएफ यहां से उठाकर ले गई है. आरोपियों में एक व्यक्ति दिल्ली का रहने वाला बताया जा रहा है.
जिस महिला सिपाही को एसटीएफ ने उठाया है, उसकी तैनाती श्रावस्ती जनपद में है. फिलहाल इस मामले में एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीम महिला और पकड़े गए युवकों से पूछताछ कर रही है. एसटीएफ ने इस मामले में अभी कोई आधिकारिक सूचना जारी नहीं की है लेकिन, सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है. अंदर खाने से यह खबर छनकर आ रही है महिला सिपाही के तार सिपाही भर्ती में अभ्यर्थियों को पास करने के लिए दिल्ली में बैठे हुए कुछ धंधेबाज से जुड़े हुए हैं.
पुलिस भर्ती परीक्षा यूपी में कुल 5 दिनों तक चलनी है, जिसमें पेपर लीक होने से लेकर अभ्यर्थियों की जगह दूसरे को बैठकर परीक्षा दिलाए जाने की जो साजिश, धंधेबाज रचते हैं, उसका पर्दाफाश करने में एसटीएफ जुटी हुई है. प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी इस पर कड़ी निगरानी बरतने का निर्देश दिया है और कठोर सजा से लेकर जुर्माने की भी बात कही है. बावजूद इसके मामले सामने निकल कर आ रहे हैं
बताया जा रहा है कि बांसगांव पुलिस को गुरुवार की सुबह यह सूचना मिली थी कि श्रावस्ती में तैनात महिला कांस्टेबल के घर कुछ लोग चार पहिया वाहन से पहुंचे हैं. यह लोग पुलिस भर्ती में अभ्यर्थियों को पास कराने के उद्देश्य से यहां पर आए हुए हैं. उन्हें पास करने का भरोसा भी दिया जा रहा है. जिसके बदले अभ्यर्थियों से रुपए मांगे जा रहे हैं.
पकड़े गए युवकों में एक ड्राइवर और दूसरा प्राइवेट सुरक्षाकर्मी है. फिलहाल इस मामले में एसटीएफ ने चारों के मोबाइल फोन को अपने कब्जे में ले लिया है और जांच कर रही है. वहीं महिला सिपाही के मोबाइन में जिन पांच अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं, उन्हें वह अपना रिश्तेदार बता रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर बेचने के मामले में लखनऊ में FIR भी दर्ज की गई है.
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती: रायबरेली में इयरफोन लगाकर परीक्षा दे रहा था अभ्यर्थी, आगरा में भी पकड़ा गया मुन्ना भाई
रायबरेली। पुलिस भर्ती परीक्षा की लिखित परीक्षा में रायबरेली में पहली पारी के दौरान एक परीक्षार्थी को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ पकड़ा गया. आचार्य द्विवेदी इंटर कॉलेज में परीक्षा देने आए युवक ने इयरफोन लगा रखा था. सेंटर के निरीक्षक ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी. मौके पर पहुंचे सीओ सिटी अमित कुमार सिंह व शहर कोतवाल राजेश कुमार सिंह युवक को शहर कोतवाली पूछताछ के लिए ले गए. ॉ
केंद्र के व्यवस्थापक डॉ. राज किशोर श्रीवास्तव ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि कमरा संख्या 13 में निरीक्षक सर्वेश कुमार शुक्ला (प्रधानाध्यापक प्राइमरी विद्यालय गुरुदत्त खेड़ा थाना सरेनी) की ड्यूटी लगी थी. इस दौरान उपेंद्र सिंह निवासी पूर्व ताला थाना बेला, औरैया के गले में इयरफोन लगा देखा. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.
वहीं इस मामले में सीओ सिटी अमित कुमार सिंह का कहना है कि एक युवक को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ गिरफ्तार किया गया है. यह एक ईयर फोन था. पूछताछ में मालूम चला है कि युवक गलती से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस गले में लगाकर अंदर ले गया था, जो उसके मोबाइल के साथ कनेक्ट नहीं था. मोबाइल फोन उसका बाहर ही रखा हुआ था, लेकिन फिर भी पुलिस तहरीर के आधार पर आगे कार्रवाई कर रही है. सीओ सिटी ने यह भी बताया कि युवक शराब की दुकान पर सेल्समेन का काम करता है. बाकी जानकारी अभी पुलिस जुटा रही है.
आगरा में पकड़ा गया मुन्ना भाई: वहीं आगरा में परीक्षा के दौरान मुन्ना भाई पकड़ा गया है. थाना शाहगंज क्षेत्र के साकेत इंटर कॉलेज का यह मामला है. पकड़े गए युवक का नाम विवेक बताया गया है. जांच में पता चला है कि उसने विमल कुमार के नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाया है. यह भी कि वह पहले भी इसी आधार कार्ड पर परीक्षा दे चुका है.