टीम इंडिया ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैच की सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच 137 रन से जीत कर इतिहास रच दिया. 399 रनों का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 261 रनों पर आउट हो गई जिसमें पैट कमिंस ने सबसे ज्यादा 63 रन बनाए. भारत के कप्तान विराट कोहली ने जसप्रीत बुमराह जैसे खतरनाक गेंदबाज के उभरने का श्रेय भारत के ‘शानदार घरेलू क्रिकेट ढांचे’ को दिया जो ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटरों कैरी ओकीफी और मार्क वा को माकूल जवाब है जिन्होंने कमेंटरी करते हुए अपमानजनक टिप्पणियां की थी.
भारतीय कप्तान ने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘‘हमारा प्रथम श्रेणी ढांचा बेहतरीन है और यही कारण है कि हम जीत रहे हैं. इसका श्रेय भारत में प्रथम श्रेणी ढांचे को जाता है, जो भारत में हमारे तेज गेंदबाजों को चुनौती देता है और इससे उन्हें विदेशों में अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलती है.’’ लेकिन यह स्पष्ट था कि कोहली की प्रतिक्रिया पूर्व लेग स्पिनर ओकीफी के लिए थी.
बुमराह ने भी किया था रणजी का जिक्र
यहां तक कि मैन आफ द मैच जसप्रीत बुमराह (मैच में 86 रन देकर नौ विकेट) ने भी टेस्ट क्रिकेट में अपनी सफलता में रणजी ट्राफी के योगदान का जिक्र किया.
बुमराह ने कहा, ‘‘हम कड़ी ट्रेनिंग करते हैं और हमें रणजी ट्राफी में काफी ओवर गेंदबाजी करने की आदत है इसलिए शरीर इसके लिए तैयार रहता है.’’ इस सब की शुरुआत ओकीफी ने पदार्पण कर रहे मयंक अग्रवाल के प्रथम श्रेणी में रेलवे के खिलाफ तिहरे शतक पर टिप्पणी करके की थी.
यह कहा था ओकीफी ने
ऑस्ट्रेलिया के लिए 24 टेस्ट में 53 विकेट चटकाने वाले ओकीफी ने फाक्स स्पोर्ट्स पर कमेंटरी करते हुए कहा था, ‘‘संभवत: उसने रेलवे के कैंटीन स्टाफ के खिलाफ शतक जड़ा.’’ मार्क वा ने भी कहा था कि किस तरह भारत में घरेलू क्रिकेट में 50 रन का औसत ऑस्ट्रेलिया में 40 के औसत के बराबर है. ओकीफी ने हालांकि बाद में अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी थी.
रवि शास्त्री ने भी दिया था जवाब
भारतीय कोच रवि शास्त्री ने भी पदार्पण पारी में अग्रवाल के 76 रन बनाने के बाद माकूल जवाब दिया. ओकीफी की मौजूदगी में फाक्स स्पोर्ट्स को दिए साक्षात्कार में शास्त्री ने कहा, ‘‘उनके (अग्रवाल) पास कैरी के लिए संदेश है… ‘जब आप अपनी कैंटीन खोलें तो वे काफी को सूंघने के लिए आना चाहते हैं. वे भारत की काफी से तुलना करना चाहते हैं…. यहां की काफी बेहतर है या भारत की.’’
बात में भी ओकीफी ने की बेतुकी टप्पणी
ओकीफी ने हालांकि मैच के चौथे दिन भी गैरजरूरी टिप्पणी की जब उन्होंने चेतेश्वर पुजारा और रविंद्र जडेजा के नाम नहीं बोल पाने का मजाक बनाया. ओकीफी ने कहा, ‘‘आप अपने बच्चों का नाम चेतेश्वर, जडेजा क्यों रखते हो.’’