नई दिल्ली। आरबीआई के गर्वनर पद से सोमवार शाम को उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद सरकार मंगलवार शाम तक केंद्रीय बैंक के नए गवर्नर के नाम की घोषणा कर सकती है. वित्त सचिव अजय नारायण झा ने इस बारे में जानकारी दी. गौरतलब है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए सोमवार को तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफे के बाद पटेल ने कहा यह मेरा सौभाग्य रहा कि कई साल तक मुझे आरबीआई में विभिन्न पदों पर काम करने का मौका मिला.
निदेशक मंडल की बैठक से 4 दिन पहले आया इस्तीफा
उर्जित पटेल 1990 के बाद पहले ऐसे आरबीआई गवर्नर हैं जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले इस्तीफा दिया है. पटेल का इस्तीफा आरबीआई के निदेशक मंडल की अहम बैठक से मात्र 4 दिन पहले आया है. गौरतलब है कि पटेल और सरकार के बीच आरबीआई की स्वायत्ता को लेकर पिछले कुछ समय से तनाव बना हुआ था. माना जा रहा है कि निदेशक मंडल की बैठक को टाला जा सकता है क्योंकि फिलहाल कोई नियमित गवर्नर नहीं है.
सरकार की तरफ से शाम तक घोषणा होने की संभावना
मीडिया से बात करते हुए वित्त सचिव अजय नारायण झा ने कहा कि आरबीआई के संबंध में सरकार की ओर से शाम तक कोई घोषणा की जा सकती है. नए गर्वनर को नियुक्त करने में वक्त लगता है ऐसे में यह भी उम्मीद है कि सरकार अभी किसी को अंतरिम तौर पर यह जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. ऐसे में आरबीआई में नंबर 2 को ये जिम्मेदारी मिलती है. लेकिन नंबर 2 की पोजीशन पर विरल आचार्य हैं.
तीसरे वरिष्ठ अधिकारी को भी मिल सकती है जिम्मेदारी
लेकिन विरल आचार्य के बयान के बाद ही सरकार और आरबीआई के बीच तनातनी सामने आई थी. ऐसे में उन्हें शायद जिम्मेदारी न दी जाए. अगर विरल आचार्य को यह जिम्मेदारी नहीं दी जाती तो तीसरे सबसे वरिष्ठ अधिकारी को उर्जित पटेल की जिम्मेदारी दी जा सकती है. उर्जित की जगह लेने के लिए आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास का नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है. इसके अलावा डिप्टी गवर्नर एनएस विश्वनाथ का भी नाम है. शक्तिकांत दास का नाम इसलिए भी सबसे आगे माना जा रहा है, क्योंकि केंद्रीय आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में शक्तिकांत दास देश के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक माना जाता है.
26 फरवरी 1957 को जन्मे शक्तिकांत दास इतिहास में एमए और तमिलनाडु काडर के आईएएस अधिकारी हैं. वह रिटायरमेंट के बाद वर्तमान में भारत के 15 वें वित्त आयोग और भारत के शेरपा जी -20 में सदस्य हैं. उन्होंने भारत के आर्थिक मामलों के सचिव, भारत के राजस्व सचिव और भारत के उर्वरक सचिव के रूप में भी काम किया है. केंद्रीय आर्थिक मामलों के सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, शक्तिकांत दास को भारत के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक माना जाता था.