मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है. खबर लिखे जाने तक चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में बीजेपी 41.3% वोट के साथ 112 सीट पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 41.2% वोट के साथ 107 सीटों पर आगे है. मुकाबला कितना कांटे का है, ये इस बात से जाना जा सकता है कि दोनों पार्टियों के वोट प्रतिशत का अंतर महज 0.1% है. ऐसे में सवाल ये है कि सत्ता की चाभी किसके हाथ होगी.
खबर लिखे जाने तक बीजेपी 106 सीट पर आगे है, जबकि कांग्रेस ने 113 सीटों पर बढ़त बना रखी है. सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 116 सीटों का है. राज्य में बीजेपी और निर्दलीय दोनों 4-4 सीटों पर आगे चल रहे हैं. इसके अलावा समाजवादी पार्टी, बहुजन संघर्ष पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी 1-1 सीटों पर आगे चल रही हैं.
आगे चल रहे निर्दलीय उम्मीदवार
जाहिर तौर पर अब निर्दलीय और बीएसपी तय करेंगे कि सरकार किसकी बनेगी. अगर आगे चल रहे निर्दलीय प्रत्याशियों पर गौर करें, तो सबसे रोचक नाम अंबाह से नेहा किन्नर है. नेहा किन्नर निर्दलीय उम्मीदवार हैं और वो कांग्रेस उम्मीदवार के मुकाबले करीब 1100 वोट से आगे चल रही हैं. इसके अलावा बुरहानपुर से निर्दलीय उम्मीदवार ठाकुर सुरेंद्र सिंह नवल सिंह ने बीजेपी पर करीब निर्णायक बढ़त बना ली है. वो करीब 15000 वोट से आगे चल रहे हैं. भगवानपुरा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार केदार डावर बीजेपी के मुकाबले 10000 से ज्यादा वोट से आगे चल रहे हैं. सरकार बनाने में इनकी निर्णायक भूमिका होने वाली है, क्योंकि ये किसी भी पार्टी के साथ जाने के लिए स्वतंत्र हैं.
आगे चल रहे बीएसपी उम्मीदवार
राज्य में बीएसपी चार सीटों पर आगे है. देवतालाब से बीएसपी की सीमा सिंह सेंगर बीजेपी प्रत्याशी के मुकाबले 129 वोट से आगे चल रही हैं. मेहगांव से बीएसपी प्रत्याशी कांग्रेस प्रत्याशी के मुकाबले 494 सीट से आगे हैं. रामपुर बघेलन से बीएसपी के रामलखन सिंह पटेल 2744 वोट से आगे हैं, जबकि सबलगढ़ से पार्टी के लाल सिंह केवट 3878 वोट से आगे हैं. अमरवाड़ा से गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के मनमोहन शाह 3980 वोट से और बैजावर सीट से समाजवादी पार्टी के रमेश कुमार 20500 वोट से आगे चल रहे हैं.
कांग्रेस और बीजेपी के बीच कई सीटों पर बहुत करीब का मुकाबला चल रहा है. यही वजह है कि सीटों की टैली में कई बार बीजेपी आगे होती है तो कई बार कांग्रेस. आंवला सीट पर बीजेपी कांग्रेस से 371 वोट से आगे है. इसलिए अभी मध्य प्रदेश के चुनाव नतीजों में सस्पेंस बना रहेगा.