नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना की पूर्व संध्या पर विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच गहन विचार-विमर्श का दौर चला. इन चुनावों को 2019 के चुनावों से पहले सेमीफाइनल बताया जा रहा है.
एक्जिट पोल के परिणाम को खारिज करते हुए बीजेपी नेताओं ने कहा कि अंतिम परिणामों का इंतजार किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य चुनावों के परिणामों का असर अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों पर नहीं पड़ेगा.
एक्जिट पोल के परिणाम में कम से कम चार राज्यों में कांग्रेस के लिए स्पष्ट बहुमत के अनुमान जताए गए हैं. बहरहाल एक्जिट पोल के परिणामों के कारण शेयर बाजार सोमवार को 700 अंकों से ज्यादा लुढक गया.
विपक्षी दलों का बढ़ा हौसला
दूसरी तरफ विपक्षी दलों का हौसला उस समय बढ़ गया जब उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी सत्तारूढ़ राजग गठबंधन से बाहर चली गई. साथ ही अपनी शक्ति दर्शाने के लिए गैर बीजेपी दलों ने एक प्लेटफॉर्म पर आकर अपनी एकजुटता दिखाई.
तेलंगाना में एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कार्यवाहक मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव से मिलकर अपना समर्थन व्यक्त किया और कहा कि उन्हें विश्वास है कि टीआरस फिर से सत्ता में लौटेगी जबकि बीजेपी ने भी संभावित समर्थन के संकेत दिए.
मंगलवार सुबह 8 बजे शुरू होगी मतगणना
पांच राज्य विधानसभाओं के लिए वोटों की गिनती मंगलवार को सुबह आठ बजे शुरू होगी और दोपहर तक रूझानों का स्पष्ट रूप से पता चल जाएगा. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में एक्जिट पोल में सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला बताया गया है.
तेलंगाना में एक्जिट पोल में टीआरएस और कांग्रेस नीत विपक्षी गठबंधन के बीच मुकाबला है. यही मामला मिजोरम का है जहां सत्तारूढ़ कांग्रेस का मुकाबला मिजो नेशनल फ्रंट से है जबकि बीजेपी अलग मैदान में है.