महारानी एलिजाबेथ के सम्मान में रविवार को भारत में राजकीय शोक का ऐलान

नई दिल्ली। भारत सरकार 11 सितंबर रविवार को ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के सम्मान में एक दिन का राजकीय शोक मनाएगी. ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का बृहस्पतिवार को निधन हो गया. गृह मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि शोक के दिन पूरे भारत में सभी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. इस दिन कोई आधिकारिक गतिविधि नहीं होगी.

केंद्र सरकार की ओर से जारी घोषणा में कहा गया, ‘यूनाइटेड किंगडम की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 8 सितंबर 2022 को निधन हो गया. दिवंगत महारानी के सम्मान में, भारत सरकार ने फैसला किया है कि 11 सितंबर को पूरे भारत में एक दिन का राजकीय शोक होगा.’ बयान में आगे कहा गया, ‘शोक के दिन, आधा झुका राष्ट्रीय ध्वज पूरे भारत में उन सभी भवनों पर फहराया जाएगा जहां राष्ट्रीय ध्वज नियमित रूप से फहराया जाता है और उस दिन कोई आधिकारिक कार्य नहीं होगा.’

बकिंघम पैलेस ने 8 सितंबर को एक बयान जारी कर महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन की जानकारी दी. वह 96 वर्ष की थीं. एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली शाही हस्ती हैं. वह 70 साल शासन के शीर्ष पर रहीं.  बीबीसी के मुताबिक, एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद उनके सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स ब्रिटेन के नए महाराज और राष्ट्रमंडल देशों के नए राष्ट्राध्यक्ष के रूप में महारानी के अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलि कार्यक्रम की अगुवाई करेंगे.

96 वर्षीय महारानी उम्र संबंधी समस्याओं से पीड़ित थीं और उन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में स्कॉटलैंड में नयी प्रधानमंत्री लिज ट्रस की नियुक्ति सहित अपनी यात्रा में कटौती की थी. ‘बीबीसी’ के अनुसार, ब्रिटिश साम्राज्य के अंतिम वर्षों से सोशल मीडिया के युग में राजशाही का नेतृत्व करते हुए, वह दुनिया की सबसे अधिक मान्यता प्राप्त और सम्मानित शख्सियतों में से एक बन गईं.

एलिजाबेथ द्वितीय छह फरवरी 1952 को अपने पिता किंग जॉर्ज षष्ठम की मृत्यु के बाद महारानी बनीं. अगले वर्ष वेस्टमिंस्टर एबे में उनका राज्याभिषेक हुआ. उनका 70 वर्षों का शासन महारानी विक्टोरिया के शासन काल से सात वर्ष अधिक था.